गौरतलब हो कि पंचायत में कई माह पहले ही नल-जल योजना बंद हो चुकी है। ग्राम के चार हैंडपम्प भी दम तोड़ चुके है ऐसे में ग्रामीणों के लिए पानी के सभी साधन बंद होने से भीषण जलसंकट के चलते ग्रामीण बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे है। वहीं अब ग्रामीण प्रार्थना करने लगे है जल्दी से पानी बरसा दे।
ग्रामीणों नरे पीएचई विभाग के अधिकारियों से भी गुहार लगाई है किन्तु विभाग के अधिकारियों की उदासीनता के चलते पानी की समस्या का निराकरण नहीं किया जा रहा है।
निजी कुएं से प्रदाय किया जा रहा पानी
ग्राम के मुकेश यदुवंशी द्वारा ग्राम में जल संकट की भीषण समस्या को देखते हुये अपने निजी कुएं से पानी प्रदाय किया जा रहा है। ग्रामीणों को यदि निजी कुंए से पानी की सप्लाई न हो तो ग्रामीणों के सामने पीने के पानी का संकट उत्पन्न हो जायेगा। निस्तारी पानी के लिए ग्रामीण जहां.तहां से व्यवस्था बना रहे है।
ग्रामीणों द्वारा पीएचई विभाग से ग्राम में नये बोर उत्खनन की मांग की गयी है। जिसमें ग्राम के बलिए अनका पटेलए बसंतए दौलतए हरिरामए रामपुराए रामकिशनए राजकुमारए दुर्गेश कुड़ोपाए मुकेश यदुवंशी सहित अन्य ग्रामीणों ने ग्राम में पानी की उचित व्यवस्था बनाये जाने की मांग पंचायत एवं पीएचई विभाग से की है।
ग्राम के मुकेश यदुवंशी द्वारा ग्राम में जल संकट की भीषण समस्या को देखते हुये अपने निजी कुएं से पानी प्रदाय किया जा रहा है। ग्रामीणों को यदि निजी कुएं से पानी की सप्लाई न हो तो ग्रामीणों के सामने पीने के पानी का संकट उत्पन्न हो जाएगा। निस्तारी पानी के लिए ग्रामीण जहां.तहां से व्यवस्था बना रहे है।
ग्रामीणों द्वारा पीएचई विभाग से ग्राम में नये बोर उत्खनन की मांग की गयी है। जिसमें ग्राम के बलि, अनका पटेल, बसंत, दौलत, हरिराम, रामपुरा, रामकिशन, राजकुमार, दुर्गेश कुड़ोपा, मुकेश यदुवंशी सहित अन्य ग्रामीणों ने ग्राम में पानी की उचित व्यवस्था बनाये जाने की मांग पंचायत एवं पीएचई विभाग से की है। वहीं ग्रामीण के दिमाग में पानी कहां से लाए यही घूम रहा है।