वहीं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जेएस गोगिया को आवश्यक निर्देश दिए। एडीएम श्रीवास्तव ने करीब आधा घंटा वार्ड का निरीक्षण किया तथा भर्ती अन्य मरीजों से भी पूछताछ की। सीएमएचओ डॉ. गोगिया ने बताया कि महिला शुगर की मरीज है तथा उनके पैरों में पहले से ही संक्रमण है। शायद चूहों ने उसी घाव की गंध के आधार पर पीडि़त का पैर कुतरा होगा, क्योकि अन्य किसी भी मरीज के साथ एेसी घटना नहीं हुई है। इसके बावजूद एेसी घटनाओं पर नियंत्रण के लिए कलेक्टर के निर्देश पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं पीडि़त के पुत्र कमलेश पंद्राम ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
पूर्व में गठित समिति हो गई गायब
जिला अस्पताल में चूहों के आतंक का यह पहला मामला नहीं है। इसके पूर्व भी कई घटनाएं होने के कारण तत्कालीन सिविल सर्जन ने कायाकल्प अभियान के तहत चूहा पकडऩे के लिए एक समिति गठित की थी। इस कमेटी ने दस रुपए प्रति चूहा के हिसाब से पकडऩे की योजना बनाई थी, लेकिन विभागीय उदासीनता के कारण कमेटी ज्यादा समय तक नहीं चल पाई। बताया जाता है कि परिसर में चूहे स्टोर में रखी दवा, रसोई घर से अनाज-सब्जी तथा अन्य वेस्टेज सामग्री खाते हैं। इसके कारण चूहे काफी घातक हो गए हैं।
तेंदुए ने किया बछड़े का शिकार लावाघोघरी के लोहांगी में तेंदुआ ने एक सप्ताह बाद फिर एक बछड़े को शिकार बना लिया। जानकारी के अनुसार लोहागी निवासी किसान राजन की गाय का बछड़ा खेत पर बने कोठे में बंधा था। शनिवार रात तेंदुए ने उसका शिकार कर लिया। किसान को रविवार सुबह खेत पहुंचने पर जानकारी मिली। यहां कैमरे व पिंजरे लगाने की मांग की जा रही है।