हालांकि इसमें आमजन की लापरवाही को भी नजर अंदाज नहीं किया जा सकता है। हाइटेक हो चुके शातिरों का पुलिस पता नहीं लगा पा रही है। ऐसे में ठगी के शिकार लोग पुलिस थानों के चक्कर काट रहे हैं। पीडि़तों में से अधिकांश राशि वापस मिलने की उम्मीद को छोड़ चुके हैं।
जानकारी के मुताबिक शातिर ठग बंैक अधिकारी बनकर, लॉटरी व नौकरी का झांसा देकर, क्रेडिट कॉर्ड के कई ऑफर देकर आमजन के खातों से रुपए पार कर रहे हैं। जबतक लोगों को ठगी के बारे में पता चलता है, तब तक लाखों पार कर चुके होते हैं। सूत्रों की माने तो झारखंड, दुमका, जमतारा आदि जिलों में सक्रिय हैं। बड़ा नेटवर्क होने के कारण पुलिस भी इनपर कार्रवाई करने में खौफ खाती है।
गैंग से जुड़े सदस्य दिल्ली, पश्चिम बंगाल, मुंबई में फर्जी वेबसाइट तैयार कर नौकरी टॉवर, नौकरी लगाने का झांसा देकर लोगों को फंसाते हैं। साइबर विशेषज्ञों की माने तो ठगी के शिकार होने वालों में अनपढ़ से अधिक शिक्षित वर्ग शामिल हैं। जिसमें चिकित्सक, शिक्षक, कर्मचारी भी शामिल हैं। जो कि आसानी से ठगों को पूरी जानकारी देकर शिकार बनते हैं।
ये रखें सावधानियां
– बैंक कभी उपभोक्ता से खाते के बारे में जानकारी नहीं मांगता।
– किसी भी कंपनी की वेबसाइट पर बैंकिग से जुड़ी जानकारी शेयर नहीं करनी चाहिए।
– कई बार फोन पर बात कर एप डाउनलोड के लिए कहा जाता है, ऐसे में बातों में आकर एप डाउनलोड़ करने से बचना चाहिए।
– ठगी का शिकार होने पर तुरंत शिकायत करनी चाहिए, ताकि रकम रिकवर हो सके।