लोगों का कहना है कि प्रदेश में कोरोनो संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। कस्बे में वाहनों का आवागमन बिना मास्क लगाकर सामान खरीदने एवं बिक्री करने जैसा माहौल दोपहर एक बजे तक लगातार जारी रहता है। सैनेटाइजर का प्रयोग नहीं हो रहा है, गली-मोहल्लों में देर रात्रि तक दुकानें खुलने एवं रात के अंधेरे में शराब की बिक्री होने तथा लोगों की भीड़ जमा रहने लगी है।
सामाजिक संगठनों एवं लोगों का कहना है कि उपखण्ड अधिकारी इंद्राजसिंह शहर का अवलोकन नहीं कर रहे हैं तथा शिकायतों की भी सुनवाई नहीं हो रही है। वहीं पुलिस प्रषासन राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते गंभीर नहीं है। सूरत, मुंबई, गुजरात, महाराश्ट्र सहित अनेक देष के हिस्सों से लोग आ रहे हैं तथा ऐसे लापरवाह लोग भी हैं, जो प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग को रिपोर्ट नहीं करते हैं। लोगों में लापरवाही के चलते कोरोना विस्फोट होने से इंकार नहीं किया जा सकता है।