युवक पंकज, रामेंद्र व विकास सैनी को एजेंट विनोद गहलोत ने प्रति व्यक्ति साढ़े 11 लाख रुपए लेकर रोमानिया भेजा था। वहां पहुंचने के बाद उन्हें अजरबैजान देश भेज दिया। यहां एजेंटों ने उन्हें एक माह हॉस्टल में रखा। तीनों युवकों को इसके बाद सर्बिया भेजा गया। जहां पर 5 महीने रखा गया। युवकों का सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद स्थानीय प्रशासन हरकत में आया और युवकों की वतन वापसी संभव हो सकी है।
सांसद कस्वां ने बताया कि सूचना मिलते वह मंत्रालय से संपर्क किया तथा रोमानिया में फंसे युवकों को भारत लाने के लिए कार्रवाई शुरू करने को कहा। कस्वां के मुताबिक, इस मामले में पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की ओर से शुरू की गई व्यवस्था ने भी बडा योगदान दिया और उसकी मदद से युवकों को भारत वापस लाने में बेहद मदद मिली। उन्होंने युवकों की वापसी पर खुशी जताई और उनके सुखद भविष्य की कामना की।