1) मोहम्मद हफीज
हफीज ने एक ऑलराउंडर के रूप में पाकिस्तानी क्रिकेट में बहुत योगदान दिया। क्रिकेट के तीनों फॉर्मेंस में वो हमेशा अव्वल खिलाड़ी रहे। हफीज ने एक बार नहीं जबकि कई बार टेस्ट और वनडे में ओपनिंग बल्लेबाजी भी की और गेंदबाजी भी की। एक स्पिन गेंदबाज के रूप में उन्हें पहला ओवर कराने का मौका कई बार मिला। बैटिंग में भी वो जबरदस्त रहे तो ओपनिंग करने का मौका भी मिल गया। हफीज ने 55 टेस्ट, 218 वनडे और 119 टी-20 इंटरनेशल मुकाबले अभी तक अपने देश के लिए खेले हैं।
2) तिलकरत्ने दिलशान
ये तो आपको पता ही है कि कई साल तक दिलशान ने श्रीलंका के लिए तीनों फॉर्मेंट में ओपनिंग भी की। दिलशान स्पिनर गेंदबाज भी थे और उन्हें भी पारी का पहला ओवर फेंकने का मौका मिला। साल 2012 का सीबी सीरीज सभी को याद होगा। यहां दूसरे फाइनल मैच में दिलशान ने ओपनिंग बल्लेबाजी करते हुए सेंचुरी जड़ी थी। इसके अलावा पारी का पहला ओवर भी उन्होंने कराया। दिलशान ने इस मैच में पूरे दस ओवर फेंके थे और एक विकेट लिया था।
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3) मनोज प्रभाकर
मनोज प्रभाकर की गेंदबाजी और बल्लेबाजी के बारे में बहुत कम लोगों ने सुना होगा। एक ऑलराउंडर के रूप में प्रभाकर ने टीम इंडिया को कई बार जीत दिलाई। प्रभाकर ने भी कई बार भारत के लिए ओपनिंग बल्लेबाजी और गेंदबाजी की। प्रभाकर भारत के लिए 39 टेस्ट और 130 वनडे मुकाबले खेल चुके हैं। एक ओपनर के रूप में प्रभाकर का औसत हमेशा शानदार रहा।
4) नील जॉनसन
जिम्बाब्वे क्रिकेट को नई ऊंचाईयों में ले जाने का बहुत बड़ा श्रेय नील जॉनसन को जाता है। जॉनसन ने भी जिम्बाब्वे की तरफ से खेलते हुए कई बार ओपनिंग गेंदबाजी और बल्लेबाजी की। 1999 में हुए वर्ल्डकप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जॉनसन ने ओपनिंग करते हुए 132 रन बनाए। इसी मैच में उन्होंने सबसे पहले गेंदबाजी करते हुए दो विकेट भी झटके।
5) जयसिम्हा
जयसिम्हा ने भारतीय टीम के लिए टेस्ट मैचों में कुल 14 बार ओपनिंग बल्लेबाजी और गेंदबाजी की। 1960 के दशक में जयसिम्हा का क्रिकेट जगत में बहुत बड़ा नाम था। यहां से क्रिकेट के एक नए युग की शुरूआत भी हुई थी। जयसिम्हा हमेशा अपनी क्लास के लिए जाने जाते हैं। फैंस को उनके शॉट्स देखने में बहुत मजा आता था।