ट्वीट कर ओझा ने कही यह बात
प्रज्ञान ओझा ने ट्वीट के जरिये अपनी ये बात कही है। पिछले ही महीने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने वाले ओझा ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि यह देख कर उन्हें काफी हैरानी हो रही है कि जो लोग इस संकट की घड़ी में मदद करने के लिए आगे आ रहे हैं, उन पर सवाल उठाए जा रहे हैं कि सहायतार्थ किसने कितनी राशि दी है। उन्होंने आगे लिखा कि मदद तो मदद ही होती है, इसे रकम में नहीं आंका जा सकता। हमें उनका शुक्रगुजार होना चाहिए।
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कई क्रिकेटर मदद के लिए आगे आए हैं
भारतीय पुरुष और महिला क्रिकेट टीम के कई क्रिकेटर इस संकट की घड़ी में मदद के लिए आगे आए हैं। इसमें सचिन तेंदुलकर, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और बीसीसीआई के वर्तमान अध्यक्ष सौरव गांगुली, इरफान पठान, यूसुफ पठान, सुरेश रैना, अजिंक्य रहाणे, महिला एकदिवसीय क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज, ऋचा घोष आदि ने अपनी रकम का खुलासा किया है तो वहीं कप्तान विराट कोहली भी मदद के लिए आगे आए हैं, लेकिन उन्होंने मदद में दी गई रकम का खुलासा नहीं किया है।
विराट कोहली ने काफी देर से मदद का ऐलान किया है तो वहीं महेंद्र सिंह धोनी ने पुणे की एक संस्था को महज एक लाख रुपए दिए थे। इसके बाद प्रशंसकों ने इन दोनों खिलाड़ियों पर सवाल उठाए थे।