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गेम पर पूरी तरह किया फोकस
दीप्ति ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच ड्रॉ होने के बाद अपने एक इंटरव्यू में कहा, इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने हर गेंद और हर ओवर के बाद ध्यान भटकाने की कोशिश, लेकिन मैंने इसे ज्यादा तूल नहीं दिया। उन्होंने कहा, वे लगातार हमारे करीब आ रहे थे और हमारा ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे थे। मैंने स्नेह राणा के साथ हर गेंद के बाद चर्चा की जिससे मैच पर ध्यान केंद्रित कर सकें।
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टेस्ट मैच संयम का खेल है
दीप्ति ने कहा, जब मैंने पहली पारी में बल्लेबाजी की तो इससे मेरा मनोबल बढ़ा। टेस्ट मैच संयम का खेल है। आपको बल्लेबाजी या गेंदबाजी करते वक्त गुणवत्ता के साथ खेलना पड़ता है। गौरतलब है कि दीप्ति शर्मा ने पहली पारी में 73 बॉल पर 29 रन की पारी खेली थी तो दूसरी पारी में उन्होंने 168 गेंदों में 54 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली। इस मैच में भारत की और से शेफाली वर्मा सबसे ज्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ी रही। उन्होंने पहली पारी में 96 और दूसरी पारी में 63 रनों की मैच बचाने वाली पारी खेली।