शार्दुल ने कहा कि उन्हें लगता है कि उनके पास बल्लेबाजी क्षमता है। वह इसके लिए कड़ा अभ्यास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर वह आठवें नंबर पर आकर टीम को अपनी बल्लेबाजी से भी योगदान दे सकते हैं तो यह महत्वपूर्ण है।
शार्दुल ठाकुर ने कहा कि उन्हें लगता है कि वह अपने एक्शन से आउट स्विंगर भी डाल सकते हैं। इसलिए उनका पूरा ध्यान गेंद को जल्दी स्विंग कराने पर होता है। शार्दूल लंबे समय से टीम में हैं और अब उन्हें अधिक मौके मिल रहे हैं। इस पर शार्दुल ने कहा कि वह पहली बार 2016 में टीम इंडिया में आए थे। तब से वह टीम के साथ वक्त गुजार रहे हैं। अब टीम इंडिया के साथ रहना उन्हें घर जैसा लगता है। वह खुद को अलग-थलग नहीं महसूस करते। इसका सारा श्रेय कप्तान और टीम मैनेजमेंट को जाता है।