इस समय पाकिस्तान की टीम अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। वह पिछले 11 वनडे मैचों में लगातार हार चुकी है। यह उसके 46 साल के वनडे इतिहास में अब तक का यह सबसे खराब प्रदर्शन है। विश्व कप शुरू होने से पहले पाकिस्तानी टीम को इंग्लैंड के हाथों पांच मैचों की वनडे सीरीज में 0-4 से और आस्ट्रेलिया के हाथों 0-5 से क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा था। इतना ही नहीं विश्व कप के अभ्यास मैच में भी उसे अफगानिस्तान की टीम ने हराया तो विश्व कप के पहले मैच में वह 105 रनों पर ऑलआउट हो गई। यह उसके वनडे इतिहास का दूसरा सबसे न्यूनतम स्कोर है।
इस मैच में दो बार विश्व चैंपियन वेस्टइंडीज (1975 और 1979) के खिलाफ एक बार की विश्व विजेता पाकिस्तान (1992) के मात्र चार बल्लेबाज ही दोहरे अंक में पहुंच पाए थे। उनकी टीम की तरफ से सर्वाधिक स्कोर 22 रन रहा, जो फखर जमान और बाबर आजम ने बनाए। पाकिस्तानी बल्लेबाज इंग्लैंड की तेज पिच पर वेस्टइंडीज की शॉट पिच गेंदों पर लाचार नजर आए। अब उन्हें के खिलाफ भी मार्क वुड, जोफरा आर्चर और लियाम प्लंकेट की तेज शॉर्ट पिच गेंदों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि विश्व कप से पहले इंग्लैंड के खिलाफ पाकिस्तानी बल्लेबाजों ने अच्छी बल्लेबाजी का मुजाहिरा किया था।
विश्व कप से पहले इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए एकदिवसीय सीरीज में पाकिस्तानी गेंदबाजों ने काफी निराश किया था। वहीं विश्व कप के पहले मैच में भी मोहम्मद आमिर को छोड़कर कोई भी गेंदबाज विंडीज के बल्लेबाजों पर प्रभाव छोड़ता नजर नहीं आया। इस मैच में विंडीज के गिरे तीनों विकेट आमिर के खाते में गए थे। टीम को एक बार फिर आमिर से उम्मीद रहेगी, लेकिन अन्य गेंदबाजों को भी उनका साथ देना होगा।
इंग्लैंड की पूरी टीम फॉर्म में
अगर इंग्लैंड की बात करें तो उसने विश्व कप के पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका जैसी मजबूत टीम को एकतरफा मुकाबले में 14 रनों से हराया। पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड ने आठ विकेट पर 311 रन का स्कोर खड़ा किया और फिर दक्षिण अफ्रीका को 207 रन पर समेट दिया। इस मैच में बेन स्टोक्स, कप्तान इयोन मोर्गन, जो रूट और जेसन रॉय से दमदार अर्धशतकीय पारी खेली थी। इंग्लैंड उनके अलावा जॉनी बेयरस्टो और जोस बटलर से भी ऐसी ही पारी की उम्मीद करेगा। गेंदबाजी में टीम को एक बार फिर आर्चर, स्टोक्स और प्लेंकट से बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद होगी। इन्होंने पिछले मैच में दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाजी क्रम को तहस-नहस कर दिया था।
अगर पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच के आंकड़ों की बात करें तो इंग्लैंड का पलड़ा काफी भारी दिखता है। इन दोनों टीमों के बीच अब तक कुल 87 एकदिवसीय मैच खेले गए हैं, लेकिन इनमें से सिर्फ 31 मैचों में पाकिस्तान को जीत मिली है, जबकि इंग्लैंड ने 53 मैचों में जीत हासिल की है। इन दोनों के बीच खेले गए तीन मैचों का नतीजा नहीं निकला है। इसके अलावा जहां पाकिस्तान 1992 में एक बार विश्व कप जीत चुका है तो इंग्लैंड के हाथ एक बार भी यह खिताब नहीं लगा है।
वहीं अगर विश्व कप की बात करें तो इन दोनों के बीच बराबरी का मुकाबला रहा है। विश्व कप में अब तक ये दोनों टीमें 9 बार आमने-सामने हुई हैं और चार-चार जीत हार के साथ बराबरी पर हैं, जबकि एक मैच का कोई नतीजा नहीं निकला है।
दोनों टीमें (संभावित):
पाकिस्तान : सरफराज खान (कप्तान/विकेटकीपर), फखर जमान, इमाम-उल-हक, बाबर आजम, आसिफ अली, शोएब मलिक, मोहम्मद हफीज, हारिस सोहेल, शादाब खान, इमाद वसीम, शाहीन आफरीदी, हसन अली, मोहम्मद हसनैन, वहाब रियाज और मोहम्मद आमिर।
इंग्लैंड : इयोन मोर्गन (कप्तान), मोइन अली, जोफरा आर्चर, जॉनी बेयरस्टो (विकेटकीपर), जोस बटलर, टॉम कुरैन, लियाम डॉसन, लियाम प्लंकट, आदिल राशिद, जो रूट, जेसन रॉय, बेन स्टोक्स, जेम्स विंसे, क्रिस वोक्स और मार्क वुड।