केएल राहुल ने कहा कि वह मानते हैं कि विकेटकीपिंग के साथ बल्लेबाजी करना चुनौतीपूर्ण है, लेकिन वह इस अतिरिक्त जिम्मेदारी का लुत्फ उठा रहे हैं, क्योंकि इससे उन्हें अपना सर्वश्रेष्ठ देने में मदद मिल रही है। उन्होंने यह भी कहा कि इससे बल्लेबाजी में भी मदद मिल रही है। इसका कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि 20 ओवर तक विकेट के पीछे गुजारने पर यह अंदाजा हो जाता है कि पिच कैसा व्यवहार करेगी और इस पर कैसा शॉट खेलना है। उन्होंने यह भी कहा कि पिच से जुड़ी जानकारी भी वह कप्तान और गेंदबाजों को देते हैं और कप्तान उसी मुताबिक क्षेत्ररक्षण सजाते हैं।
केएल राहुल हालांकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एकदिवसीय मैच में पहली बार किसी अंतरराष्ट्रीय मैच में विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभाली थी। इसके बावजूद वह कहते हैं कि यह उनके लिए नया अनुभव नहीं है। उन्होंने कहा कि ईमानदारी से कहें तो उन्हें यह अच्छा लग रहा है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह उनके लिए नया जरूर है, लेकिन यह काम उनके लिए नया नहीं है। वह पिछले 3-4 सालों से अपनी आईपीएल टीम के लिए यही काम कर रहे हैं। इसके अलावा उन्हें जब भी मौका मिलता है तो वह प्रथम श्रेणी मैच में भी अपनी टीम के लिए यह जिम्मेदारी उठाते हैं। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि वह नियमित रूप से विकेटकीपिंग का अभ्यास करते रहते हैं।