दरअसल, पीसीबी प्रमुख ने पीएसएल के दौरान पाकिस्तानी खिलाड़ियों से साफ कहा था कि जब वह लाहौर में मैच देख रहे थे तो याद नहीं कि आप में से किसी का सिक्स स्टैंड में गया हो। जब भी स्टैंड में सिक्स गया तो मुझे लगता किसी विदेशी ने ही मारा होगा। इसी वजह से पाकिस्तानी खिलाड़ियों की आर्मी लेवल की ट्रेनिंग कराने का फैसला लिया गया है।
पाकिस्तानी सेना कर रही मदद
पाकिस्तान टीम को अब न्यूजीलैंड, आयरलैंड और इंग्लैंड के बाद टी20 वर्ल्ड कप 2024 खेलना है। इससे पहले सभी पाकिस्तानी प्लेयर काकुल के आर्मी स्कूल ऑफ फिजिकल ट्रेनिंग में फोजियों की तरह ट्रेनिंग ले रहे हैं। जहां पाकिस्तानी सेना के जवान खिलाड़ियों ट्रेनिंग दे रहे हैं। बता दें कि यह पहली बार नहीं है, जब पाकिस्तान टीम की ट्रेनिंग में सेना मदद ले रही है।
मिस्बाह की अगुवाई में भी ली थी सेना से ट्रेनिंग
पाकिस्तान की क्रिकेट टीम इससे पहले मिस्बाह उल हक की अगुवाई में सेना से ट्रेनिंग ले चुकी है। ट्रेनिंग के बाद मिस्बाह इंग्लैंड के खिलाफ शतक जड़कर पाकिस्तानी आर्मी को सैल्यूट करते दिखे थे और 10 पुशअप भी लगाए थे। हालांकि वह सीरीज को 2-2 से बराबरी पर खत्म हुई। उसी दौरान पाकिस्तान की टीम कुछ समय के लिए आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में टॉप पर भी रही थी।