‘200 का स्कोर हासिल हो सकता था’
ऋतुराज गायकवाड़ ने कहा कि ईमानदारी से कहूं तो हैदराबाद का विकेट अच्छा था, गेंद स्पिन हो रही थी और थोड़ा ग्रिप भी बना रहा था। इस विकेट पर 200 का स्कोर हासिल हो सकता था, लेकिन हम नियमित अंतराल पर विकेट गंवाते गए, एक-दो हिट की बात थी, कभी-कभी टी20 में ऐसा होता है। सीजन की बात करें तो मैं 14 में से 7 मैच जीतकर खुश हूं।
‘3 प्रमुख खिलाड़ियों के नहीं होने से बहुत बड़ा फर्क पड़ा’
ऋतुराज ने इसके साथ ही कहा कि खिलाड़ियों को जिस तरह चोटें लगीं। हमारे दो शीर्ष गेंदबाज कम हो गए और एक शीर्ष क्रम बल्लेबाज कॉनवे का नहीं होना। इस तरह तीन प्रमुख खिलाड़ियों के नहीं होने से बहुत बड़ा फर्क पड़ा। पहले मैच के दौरान हमारे लिए कई चुनौतियां थीं। मुस्तफिजुर रहमान को चोट लगी, फिर पथिराना भी चोटिल हो गए, उन्होंने वापसी की और फिर बाहर हो गए। ‘मैं हारने के बाद निराश हूं’
उन्होंने आगे कहा कि हमें खिलाड़ियों की चोटों और बीमारियों को ध्यान में रखते हुए प्लेइंग इलेवन में बदलाव करने पड़े। फिर भी जीत की सीमा लांघ नहीं सके। मेरे लिए व्यक्तिगत माइलस्टोन मायने नहीं रखते, आखिरकार अंतिम लक्ष्य जीतना होता है। इससे फर्क नहीं पड़ता कि आप सीज़न में 500-600 रन बनाते हैं। मैं हारने के बाद निराश हूं।