स्वान ने कहा कि हम उस इंग्लिश टीम में साथ थे, जो नंबर एक टीम थी। पीटरसन टीम में हमेशा एक ऐसे व्यक्ति के रूप में रहे, जो अहम भूमिका निभाते थे। बता दें कि केविन पीटरसन को इंग्लैंड के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक माना जाता है। हालांकि वह हमेशा विवादों में भी रहे। उन्हें 2008 में टीम की कप्तानी का मौका भी मिला था। उन्होंने तीन टेस्ट और 10 वनडे में इंग्लिश टीम का नेतृत्व किया. कोच पीटर मूर्स के साथ विवाद के बाद उन्हें कप्तानी छोड़नी पड़ी।
टीम में लिए जाने का किया हमेशा समर्थन
ऑफ स्पिनर ग्रीम स्वान ने इंग्लैंड के लिए कुल 60 टेस्ट मैच खेले हैं। इसमें उन्होंने 255 विकेट अपने नाम किए हैं। स्वान ने कहा कि भले ही उनके और केविन पीटरसन के बीच हमेशा विवाद रहा हो, लेकिन पीटरसन की शानदार बल्लेबाजी काबिलियत के कारण उन्होंने हमेशा उन्हें टीम में लिए जाने का समर्थन किया। स्वान ने पीटरसन की तारीफ करते हुए कहा कि कुछ हद तक हम दोनों एक जैसे ही रहे। पेशेवर तौर पर वह टीम में बहुत से खिलाड़ियों से अच्छा था। हम एक-दूसरे को खुलकर नापसंद करने के बावजूद काफी सच्चे थे। हम दोनों ही एक-दूसरे को टीम में देखना चाहते थे।
केविन पीटरसन का क्रिकेट करियर काफी शानदार है। उन्होंने 104 टेस्ट में 8,181 रन बनाए हैं, जबकि 136 वनडे में 4,440 रन उनके नाम है। स्वान ने कहा कि वह पीटरसन को इसलिए टीम में देखना चाहते थे क्योंकि उन्होंने काफी रन बनाए थे और वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक थे।