सरकार की एडवाइजरी, खाली स्टेडियम में खेले जाएं मैच
आईपीएल के आयोजन को लेकर अभी तक दो तरफा बातें चल रही हैं। एक तरफ तो सरकार ने सभी राष्ट्रीय खेल संघों और बीसीसीआई को कोरोना वायरस से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी की है, जिसमें किसी भी खेल के आयोजन में आम दर्शकों के आने पर रोक लगाई है। एडवाइजरी में कहा गया है,’किसी भी खेल आयोजन में दर्शक शामिल नहीं होंगे और अगले आदेश तक सभी खेल बंद दरवाजे (खाली स्टेडियम) के पीछे ही खेले जाएंगे।’ हालांकि खेल मंत्रालय के इस बयान से अभी तक तो ये माना जा रहा है कि आईपीएल को रद्द नहीं किया जाएगा।
आईपीएल को लेकर ये कदम उठाए जा सकते हैं
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आईपीएल को इतनी आसानी से रद्द नहीं किया जाएगा और ना ही बीसीसीआई ऐसा करने के मूड में नजर आ रही है। ऐसा इसलिए भी कि इस वक्त कई अंतरराष्ट्रीय मैच ऐसे हो रहे हैं, जहां दर्शकों की एंट्री को बैन कर दिया है। इसके अलावा चांस थोड़े-थोड़े बन रहे हैं कि टूर्नामेंट को रद्द कर दिया जाए। हालांकि ऐसी स्थिति उस वक्त ज्यादा बनेगी, जब कोरोना का कहर और अधिक भयावह होता है। वहीं इसके फॉर्मेट में कुछ बदलाव किए जा सकते हैं।
खाली स्टेडियम या फॉर्मेट में परिवर्तन ?
अभी की स्थिति के हिसाब से तो खाली स्टेडियम में मैच होने के चांस ज्यादा हैं। फ्रैंचाइजियों और प्रसारणकर्ताओं को सरकार की एडवाइजरी का पालन करना होगा। तब इस टूर्नमेंट का सीमित स्थानों में ही आयोजन करने पर विचार हो सकता है। दूसरा विकल्प जरूरत पड़ने पर मौजूदा फॉर्मेट में बदलाव का है। 8 टीमों को दो ग्रुप में बांटा जा सकता है जैसे- 2011 संस्करण में हुआ था। इसके बाद टूर्नमेंट में 20 से 25 मैच में ही फाइनल तक का रोडमैप तैयार कर लिया जाएगा और एक महीने में इस टूर्नमेंट को खत्म कर दिया जाएगा।
इन सबके अलावा बड़ा सवाल जो बना हुआ है वो ये कि क्या विदेशी खिलाड़ियों को आईपीएल में खेलने की परमिशन मिलेगी या नहीं? क्योंकि अभी तक तो विदेशी खिलाड़ियों पर 15 अप्रैल तक रोक लगाई हुई है।