टॉस हारकर इस मैच में पाकिस्तान पहले बल्लेबाजी के लिए आया। उसने निर्धारित 50 ओवर में आठ विकेट खोकर 348 रन बनाए। सबकी नजर पाकिस्तान की शानदार बल्लेबाजी पर थी। इस वजह से क्रिस वोक्स के इस बड़े कारनामा अचर्चित रह गया। हालांकि उन्होंने अच्छी गेंदबाजी करते हुए पाकिस्तान के तीन विकेट भी चटकाए। अगर वह ऐसा न करते तो क्या पता पाकिस्तान और कितना स्कोर बनाता।
इंग्लैंड की पारी का दूसरा विकेट 21वें ओवर में इमाम उल हक का गिरा। हालांकि यह विकेट मोइन अली ने लिया, लेकिन इमाम के कैच को पकड़ा वोक्स ने। यह इस पारी में वोक्स का पहला कैच था।
इसके बाद पाकिस्तानी पारी का तीसरा विकेट 33वें ओवर में बाबर आजम के रूप में गिरा। यह ओवर भी मोइन अली फेंक रहे थे और सुरक्षित हाथ भी वही क्रिस वोक्स का था।
इसके बाद पाकिस्तान को बल्लेबाज मोहम्मद हफीज अपने शतक की ओर बढ़ रहे थे। पारी का 43वां ओवर मार्क वुड डाल रहे थे। इस ओवर में वुड ने हफीज को जरूर आउट किया, लेकिन एक बार फिर जो सुरक्षित हाथ था वह वोक्स का ही था। यह उनका तीसरा कैच था।
इसके बाद अर्धशतक पूरा कर पाक टीम के कप्तान तेजी से रन बटोरते हुए पाकिस्तान को और बड़े स्कोर की तरफ ले जाने की कोशिश कर रहे थे कि पारी का 48वां ओवर लेकर आए वोक्स ने उन्हें अपनी गेंद पर कॉट एंड बोल्ड कर दिया। यह इस पारी का उनका चौथा कैच था। वह विश्व कप में सर्वाधिक कैच लेने के रिकॉर्ड की बराबरी कर चुके थे। और अब उन्हें यह रिकॉर्ड तोड़ने के लिए एक और कैच की दरकार थी, लेकिन उसका उन्हें मौका नहीं मिल पाया।
48वें ओवर तक पाकिस्तान के गिरे पांच विकेट में से चार विकेट में वोक्स का योगदान था। इसके बाद 50वें और अंतिम ओवर में उन्होंने पाकिस्तान के दो और बल्लेबाजों को आउट कर अपना योगदान छह विकेटों तक पहुंचा दिया। किसी एक टीम के गिरे आठ विकेट में से छह विकेट में एक व्यक्ति का योगदान होना भी अद्भुत है। इसलिए निश्चित रूप से इस मैच को वोक्स के मैच के रूप में याद किया जाएगा।
विश्व कप में सबसे पहले चार कैच पकड़ने का रिकॉर्ड एक भारतीय के नाम है। यह रिकॉर्ड 2003 में मोहम्मद कैफ ने श्रीलंका के खिलाफ बनाया था। कैफ की गिनती विश्व के सर्वश्रेष्ठ श्रेत्ररक्षकों में होती है। यह रिकॉर्ड 12 साल तक अकेले मोहम्मद कैफ के नाम रहा। इस रिकॉर्ड की बराबरी 2015 में दो-दो खिलाड़ियों ने की। विश्व कप क्रिकेट 2015 में पहले बांग्लादेश के सौम्य सरकार ने स्कॉटलैंड के खिलाफ इस कारनामे को दोहराया तो उसके बाद इसी विश्व कप में पाकिस्तान के उमर अकमल आयरलैंड के खिलाफ इस रिकॉर्ड की बराबरी की।