पटना: महिला सिपाही की मौत के बाद पुलिसकर्मियों का हंगामा, एसपी सिटी और डीएसपी को पीटा
बच्चों ने लगाए कई गंभीर आरोप
आपको बता दें कि मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि पटना विश्वविद्यालय के एक छात्र अंकित कुमार ने अपने कैमरे में इस वीडियो को कैद किया है। इस वीडियो में पुनाईचक स्थित शेल्टर होम में रहने वाले बच्चों की हालत दिखाई गई है। बच्चे बता रहे हैं कि उन्हें न तो इन्हें अच्छे से खाना दिया जाता है और न ही अन्य सुविधाएं। बल्कि मांगने पर पीटा जाता है। चैंकाने वाली बात तो यह है कि कुछ बच्चों ने कहा है कि उन्हें जबरन नशीली दवाएं दी जाती हैं। इसके अलावे जो बच्चे अपने घर जाना चाहते हैं उन्हें उनके परिजनों के पास नहीं जाने दिया जा रहा है।
बिहार: CM नीतीश कुमार ने खोला राज, महिलाएं उन्हें क्यों कहती हैं ‘क्विंटलवा बाबा’
मुख्यमंत्री आवास से एक किमी दूर स्थित है शेल्टर होम
बता दें कि मुख्यमंत्री के सरकारी आवास से महज एक किलोमीटर की दूरी पर समाज कल्याण विभाग का यह ‘अपना घर’ संचालित है। यहां पर अपने परिवार से बिछड़ चुके बेसहारा बच्चों को रखा जाता है। एक बार सीएम नीतीश कुमार ने खुद कहा था कि राज्य सरकार एनजीओ की बजाय अब समाज कल्याण विभाग के जरिये शेल्टर होम चलाएगी। जिसके बाद ‘अपना घर’नाम से शेल्टर होम की शुरुआत भी की गई। लेकिन अब इसको लेकर गंभीर सवाल खड़े हुए है। बता दें कि बेली रोड पर स्थित ललित भवन के ठीक पीछे बने ‘अपना घर’ का संचालन शुरू से विभाग खुद करता आ रहा है।