मुजफ्फरपुर: 1.5 करोड़ की फिरौती ने मिलने पर अपहृत कारोबारी की हत्या, दहशत में लोग
पुलिस मुख्यालय द्वारा बताए गए आंकड़ों से पता चलता है कि अगस्त 2017 में संज्ञेय अपराधों की संख्या 20,096 से बढ़कर अगस्त 2018 में लगभग 21,709 हो गई, जो 8 प्रतिशत से अधिक है। यह भी एक तथ्य है कि कानून के शासन के बारे में धारणा लोगों के बीच नकारात्मक हो रही है। वहीं, राज्य में बढ़ते अपराध के ग्राफ को लेकर विपक्ष लगातार नीतीश सरकार पर हावी होता जा रहा है। राज्य में मुख्य विपक्षी दल राजद नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में कानून—व्यवस्था पूरी तरह से धराशायी हो चुकी है और सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। राजद का कहना है कि बिहार में इस समय लोगों में दशहत का माहौल है और उनमें अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता है।
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आपको बता दें कि पिछले दो दिनों के भीतर 5 हत्याओं से दहल गया है। बुधवार को 1.5 करोड़ की फिरौती न मिलने पर एक अंडा करोबारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यहां चौंकाने वाली बात यह है कि मृतक कारोबारी के परिजन अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए दो दिनों तक पुलिस थाने के चक्कर लगाते रहे, लेकिन कोई सुनवाई नहीं है। वहीं, पिछले दिनों मुजफ्फरपुर में पूर्व महापौर समीर कुमार सिंह और उनके चालक की रविवार को अज्ञात अपराधियों ने सरेराह हत्या कर दी थी। पुलिस जांच में पता चला कि अपराधियों ने समीर की गाड़ी को घेर कर एके-47 से गोलियों की बौछार कर दी थी, जिसमें दोनों की मौत हो गई। समीर सिंह की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह बात सामने आई कि एके-47 की अंधाधुंध गोलीबारी में पूर्व महापौर को 16 गोलियां लगीं, जबकि उनके चालक को 12 गोलियां।
बिहार में अपराधिक घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। पिछले 24 घंटे के दौरान अपराधियों ने कहर बरपाते हुए एक के बाद एक 5 हत्या की घटनाओं को अंजाम दे डाला। ये पांचों घटनाएंं पटना के नौबतपुर, अरवल, सीतामढ़ी, औरंगाबाद व मुजफ्फरपुर में हुई हैं। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर लिखा कि मुजफ्फरपुर में पूर्व मेयर को दिन-दहाड़े एके-47 से मार दिया गया। नीतीशजी की नाकामियों से बिहार में एके-47 आम हथियार हो गया है।