दरअसल नॉर्थ ईस्ट दिल्ली दंगा ( Delhi violence ) मामले में पुलिस ने अब तक 78 चार्जशीट दाखिल की हैं। पुलिस ने मैकेनिक अहमद की हत्या के मामले में 10 लोगों को आरोपित किया है। जल बोर्ड पुलिया इलाके में इन लोगों ने अहमद को घेर कर उसकी हत्या कर दी थी। अहमद 26 फरवरी को अपने न्यू मुस्तफाबाद घर से लौट रहा था।
निजी अस्पतालों की मनमानी पर केजरीवाल सरकार सख्त, दे डाली बड़ी चेतावनी वहीं दिल्ली पुलिस ने एक मजदूर और ऑटो चालक, मुशर्रफ की हत्या के लिए नौ लोगों को आरोपित किया है, जिसमें कहा गया है कि दंगाइयों ने मुशर्रफ को घसीट कर बाहर निकाला और उनकी हत्या कर दी। यानी कुल 19 लोगों पर दो लोगों की हत्या के मामले में चार्जशीट दाखिल की गई है।
ड्यूटी मजिस्ट्रेट ऋचा परिहार के समक्ष रिपोर्ट दायर की गई जिन्होंने संज्ञान के लिए मामले को 18 जून तक के लिए स्थगित कर दिया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा: “हमने आरोपियों में से एक का फोन बरामद किया, जिसमें एक व्हाट्सएप समूह पर एक बातचीत दिखाई गई थी, जहां एक आरोपी ने दावा किया था कि उन्होंने दो लोगों को मार दिया है।
ये बातचीत अकील अहमद और मुशर्रफ के संदर्भ में थी। चूंकि घटना के समय संदेश उसी समय भेजे गए थे, इसलिए यह महत्वपूर्ण सबूत माना जा रहा है । पुलिस के एक बयान के मुताबिक, चार शव जोहरीपुर नाला के पास हिंसा के बाद बरामद किए गए थे, जिसके बाद चार प्राथमिकी दर्ज की गई थीं। जांच से पता चला कि एक व्हाट्सएप समूह 25-26 फरवरी की रात में कथित दंगाइयों के साथ सदस्य के रूप में बनाया गया था।
तेजी से बदल रही है मौसम की चाल, देश के कई राज्यों में बारिश कर सकती है बुरा हाल, जारी हुआ अलर्ट पुलिस ने कहा, “इस व्हाट्सएप ग्रुप के दो सक्रिय सदस्य स्थित थे और जांच में शामिल हुए।” मौखिक साक्ष्य और व्हाट्सएप चैट के आधार पर अपराधियों की पहचान तय की गई थी। अब तक, पुलिस ने 3 दिनों तक चलने वाले दिल्ली दंगों के मामले में तीन दिनों में नौ आरोपपत्र दायर किए हैं और 53 लोगों की मौत हुई है।
आपको बता दें कि दिल्ली दंगो में अब तक दिल्ली पुलिस कुल 410 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर चुकी है, जिनमे से 306 आरोपियों के खिलाफ लोकल पुलिस ने और 104 के खिलाफ क्राइम ब्रांच ने चार्जशीट फाइल की है।