जानकारी के मुताबिक, आठवीं क्लास की एक छात्रा खजूरी खास इलाके में सोमवार को परीक्षा देने स्कूल गई थी जो अब तक घर नहीं लौटी है। 13 साल की यह लड़की अपने माता-पिता के साथ सोनिया विहार के बाहरी इलाके में रहती थी। गायब छात्रा के पिता ने कहा कि वह सोमवार को अपने घर से परीक्षा देने के लिए निकली। मुझे शाम साढ़े पांच बजे उसे वापस स्कूल से लाना था। इस बीच मेरे इलाके में हिंसा भड़क गई और फंस गया। अब तक बच्ची नहीं लौटी है। जबकि पुलिस अधिकारी ने बताया कि लड़की के गायब होने की एफआईआर दर्ज कर ली गई है। इस हादसे से पीड़िता का पूरा परिवार दहशहत में है।
इधर, यमुना विहार के दंगा प्रभावित इलाके में हिंसा में गंभीर रूप से घायल जलालुद्दीन ने बताया कि हाथों में डंडे लिये उपद्रवी मस्जिद में घुस आए थे। उन्होंने रहम की भीख भी मांगी, लेकिन परिवार समेत उनके साथ बेरहमी से मारपीट की गई। जब उनकी आंखे खुली तो वह खुद को हॉस्पिटल में पाए। उनका अब तक अपने परिवार से दोबारा संपर्क नहीं हो सका है।
वहीं, विजय पार्क में रहने वाले 70 साल के मोहम्मद सबीर का कहना है कि मेरा एक घर शिव विहार में मस्जिद के पास है। मेरे दो बच्चे वहां रहते हैं। उन्होंने कहा कि उसी इलाके में हिंसा हुई थी। उसके बाद से मेरा उनसे संपर्क नहीं हो पाया है। सबीर ने बताया कि जब आखिरी बार उनसे बात हुई थी, तो उन्होंने बताया था कि घर को चारों ओर से लोगों ने घेर रखा था। हम लोग बचकर भाग रहे हैं, लेकिन उसके बाद उनसे से कोई संपर्क नहीं हो सका कि वे कहां हैं। मैं पुलिस से मदद की गुहार लगा रहा हूं, लेकिन मेरे परिवार का अब तक पता नहीं चल सका है। यहां आपको बता दें कि मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। हिंसाग्रस्त इलाकों में काफी संख्या में पुलिस बल तैनात है। वहीं, दिल्ली सरकार ने मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे की घोषणा कर दी है।