ओडिशा के इस इलाके में मिले 10 कटे हुए हाथ, मचा हड़कंप
बता दें कि बच्ची के परिजनों ने अपहरण, दुष्कर्म और हत्या करने का आरोप पड़ोस में रहने वाले युवक सुनील पर लगाया था। जिसके बाद गुरुग्राम पुलिस ने पॉस्को एक्ट के तहत केस दर्ज कर आरोपी की खोजबीन में लग गई। खोज में लगी गुरुग्राम पुलिस की एसआईटी टीम ने आरोपी सुनील को झांसी से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
क्या है पूरा मामला
पश्चिम बंगाल निवासी दंपती पिछले दो सालों से सेक्टर-66 स्थित एक झुग्गी में रहा है। मृतक बच्ची का पिता पास ही बन रही एक इमारत में नौकरी करता है। जबकि मां आसपास के घरों में काम करती है। 11 नवंबर को बच्ची घर के बाहर खेलती-खेलती अचानक गायब हो गई थी। उसी दौरान तकरीबन 11 बजे उसके पड़ोस में रहने वाले एक युवक ने टॉफी के बहाने उसे बुलाया और कुछ ही दूरी पर खाली पड़ी झुग्गियों में ले गया। यहां आरोपी ने बच्ची के साथ दुष्कर्म किया।
प्राइवेट पार्ट्स में डाली लकड़ी
वहीं, जब बच्ची दर्द से चीखने लगी को आरोपी ने हैवानियात की हद पार करते हुए उसके सिर पर भारी पत्थर दे मारी। लेकिन आरोपी की दरिंदगी यही नहीं रुकी। उसने बच्ची के प्राइवेट पार्ट्स में लकड़ी डाल कर तोड़ दिया।
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नग्नावस्था में खून से सना मिला था बच्ची का शव
वहीं, गायब बच्ची के घर वाले मासूम को पूरी रात खोजते रहे लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। काफी खोज बीन के बाद भी बच्ची का कोई सुराग ना मिलने के बाद परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सोमवार सुबह बच्ची का शव नग्नावस्था में खून से सना पड़ा मिला। बच्ची के परिजनों ने पड़ोसी युवक पर अपहरण के बाद दुष्कर्म का आरोप लगाया। फिर पुलिस जांच में पता चला की उत्तर प्रदेश के मैनपुरी गांव नौगांव निवासी सुनील को बच्ची के साथ आखिरी बार देखा गया था। बता दें कि सुनील यहां अपनी बहन के घर पर रहने आया हुआ है। पुलिस ने जब पता किया तो सुनील घर से फरार पाया गया। तभी शक के आधार पुलिस ने सुनील की दोनों बहनों को हिरासत में ले लिया था और सुनील की तलाश में जुटी थी।