नाबालिग है हमलावर!
हमले को अंजाम देने के बाद आतंकी को कश्मीर घाटी की ओर भागते वक्त जम्मू शहर के बाहरी इलाके नागरोटा के टोल प्लाजा से गिरफ्तार किया गया। प्रत्यक्षदर्शियों और सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस उसे पकड़ने में सफल रही। सूत्र बताते हैं कि आतंकी के पास से आधार कार्ड और स्कूल आई कार्ड मिला है। अगर संदिग्ध के दस्तावेज सही हैं, तो उसकी जन्मतिथि 12 मार्च 2003 है, जिसका मतलब है कि वह नाबालिग है।
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हिजबुल ने दिए थे 50,000 रुपए
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक हिजबुल मुजाहिदीन के एक सदस्य मुजाम्मिल ने हमले को अंजाम देने के लिए हमलावर को 50,000 रुपए और एक ग्रेनेड दिए थे। पूछताछ से पता चला कि हिजबुल के जिला कमांडर फैयाज भट्ट ऊर्फ उमर ने इस घटना को अंजाम देने के लिए वास्तव में मुजाम्मिल को चुना था, लेकिन वह इसे कर नहीं पाया। इसके बाद भट्ट ने इस वारदात का जिम्मा यासिर जावेद भट्ट ऊर्फ छोटू को दिया गया था।
ग्रेनेड हमले में बढ़ी मृतकों की संख्या
इस ग्रेनेड हमले में मृतकों की संख्या बढ़कर दो हो गई है। पुलिस ने बताया कि ग्रेनेड एक खड़ी बस के नीचे फटा था, जिसमें घायल हुए मोहम्मद रियाज ने शुक्रवार तड़के अस्पताल में दम तोड़ दिया। इससे पहले गुरुवार को ही उत्तराखंड के एक 17 वर्षीय युवक की मौत हो गई थी और 30 अन्य घायल हो गए थे। राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने मृतक के परिजनों को 5-5 लाख रुपए और सभी घायलों को 20,000 रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है।