तानों को नहीं कर पाई बर्दाश्त
जानकारी के मुताबिक चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद से ही सुप्रिया काफी गुमसुम दिखी, जिसके बाद वह अपने घर चली गई। घर जाकर सुप्रिया ने खुद को एक कमरे में बंद कर लिया और नींद की दवा का सेवन कर लिया। बताया जा रहा है कि महिला ने करीब 40 नींद की गोलियों का सेवन किया था। जिससे उनकी हालत बिगड़ गई, परिवार को जब वो बेसुध पड़ी मिलीं तो उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने अभी तक इस मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं की है। बताया जा रहा है कि वो हार का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकीं। पति के मुताबिक सुप्रिया ने चुनाव में एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया था। उन्होंने बताया कि हार के बाद लोगों ने सुप्रिया पर ताने भी कसे, जिसे वह सहन नहीं कर पाई।
लगातार 2 बार से थीं पार्षद
जानकारी के मुताबिक सुप्रिया पिछले दो बार से लगातार इस वार्ड से पार्षद थी। परिवार के मुताबिक इस बार भी वह अपनी जीत को लेकर पूरी तरह आश्वस्त थीं, लेकिन चुनाव में वह मात्र 30 वोटों से हार गईं। बता दें कि सुप्रिया पहले कांग्रेस पार्टी में थीं, लेकिन 2013 में उन्होंने कांग्रेस छोड़ तृणमूल कांग्रेस ज्वाइन कर ली थी। बताया जा रहा है कि इस बार निकाय चुनाव में पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया, जिसके बाद सुप्रिया निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ीं थी।