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डबरा

नरवाई की आग से ग्रामीणों के घर बने राख के ढेर

प्रशासन नहीं करवा पा रहा प्रतिबंध का पालन
 

डबराMay 11, 2020 / 09:46 pm

rishi jaiswal

नरवाई की आग से ग्रामीणों के घर बने राख के ढेर

नरवाई की आग से ग्रामीणों के घर बने राख के ढेर

भितरवार. प्रशासन ने नरवाई जलाने पर प्रतिबंध तो लगा दिया लेकिन सख्ती से उसका पालन नहीं किया। इसका परिणाम यह हुआ कि पांच ग्रामीणों के घर नरवाई की आग में जलकर राख के ढेर में बदल गए। इन परिवारों के सोने-चांदी के जेवरात, नकदी, अनाज, कपड़े, बाइक समेत गृहस्थी का सारा सामान जलकर राख हो गया। करीब 20 लाख रुपए के नुकसान का अनुमान है। आग में लडक़ी की शादी का सामान और दहेज भी जल गया।
जानकारी के अनुसार भितरवार विकासखंड के ग्राम बामरोल में रविवार शाम 5 बजे किसी किसान ने खेतों नरवाई को नष्ट करने के लिए उसमें आग लगा दी। इसी दौरान शुरू हुई तेज आंधी से नरवाई आग देखते देखते ही खेतों में फैल गई और तेज गति से बढ़ते हुए बसई गांव के मौजे तक जा पहुंची। यहां आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। आग ने कृषक गजराज सिंह रावत और उसके पांच पुत्र जितेंद्र सिंह, दिनेश, रिंकू, विक्रम और गजराज के घर को चारों तरफ से घेर लिया। इन सभी ने पहले तो आग को बुझाने का प्रयास किया। आग जब काबू में नहीं हुई तो वे खुद भी इसमें घिर गए। इस दौरान इनकी चिल्ला पुकार सुनकार आसपास के गांवों के लोग भी मौके पर पहुंचे। घटना की सूचना भितरवार थाने को भी दी गई। सबसे पहले आग से घिरे कृषकों के परिजनों को बाहर निकाला। सूचना पर भितरवार से पहुंचीं फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाने का प्रयास किया। घंटों तक मशक्कत के बाद इस पर काबू पाया जा सका लेकिन इसमें सबकुछ जलकर राख हो गया।
बिटिया की शादी का पूरा सामान जलकर
खेतों पर रहने वाले किसान गजराज सिंह रावत की पोती और जितेन्द्र की पुत्री ज्योति की 18 मई को शादी थी। इसकी तैयारी को लेकर दहेज का सामान भी आ गया था लेकिन आगजनी में सब जलकर खाक हो गया।
20 लाख रुपए के नुकसान की आशंका
आग से अलग-अलग रह रहे कृषक भाइयों को 20 लाख से अधिक का नुकसान हुआ है। पीडि़त किसानों ने बताया कि जितेंद्र सिंह का 6 तौला सोना, 500 ग्राम से अधिक चांदी, 55 हजार रुपए नकद, 90 मन गेहूं, चार क्विंटल चना, 6 क्विंटल मटर, एक क्विंटल सरसों, एक क्विंटल धान बीज जलकर राख हो गई। वहीं एक सिलेंडर भी विस्फोट होकर नष्ट हो गया। कृषक दिनेश रावत की मोटरसाइकिल, ढाई तौला सोना, 500 ग्राम चांदी, फसल बेचकर मिले डेढ़ लाख रुपय, 70 मन गेहूं, 5 क्विंटल चना,13 क्विंटल मटर ,घर गृहस्थी का सभी सामान कपड़ों सहित आग से जलकर नष्ट हो गया। किसान रिंकू रावत 60 हजार रुपए नकद, ढाई तौला सोना, चांदी, गेहूं, चना-मटर, गृहस्थी का सामान आग से जल गया। कृषक विक्रम रावत का भी सोना-चांदी और अनाज आगजनी में जलकर नष्ट हो गए । इसी प्रकार आग ने किसान गजराज सिंह रावत के घर मे रखे 15 हजार रुपए नकद, चना, मटर, सरसों सहित गृहस्थी का सामान राख हो गया।
पीडि़त किसानों की सुध लेने नहीं पहुंचा प्रशासनिक अमला
बसई गांव से दो कि मी दूर डेरा बनाकर रह रहे इन किसानों का आग से सब कुछ उजड़ गया। इन पीडि़त किसानों को राहत पहुंचाने के लिए प्रशासन द्वारा अभी तक कोई कदम नहीं उठाया गया। आगजनी के 20 घंटे बाद भी प्रशासन की ओर से पटवारी भी क्षति का आकलन करने नहीं पहुंचा। ऐसे हालातों में पीडि़त किसानों में प्रशासन के खिलाफ नाराजगी का माहौल पैदा हो गया।
पत्रिका ने पहले ही चेताया था
पत्रिका ने अपने आठ मई में अंक में खबर का प्रकाशन कर चेताया था। डबरा-भितरवार ब्लॉक में नहीं रुक रही नरवाई की आग रात भर धधकते हैं खेत इस शीर्षक से प्रकाशित खबर में बताया गया था कि प्रशासन के आदेश के बात भी किसान नरवाई में बेखौफ आग रहा रहे हैं जिससे आगजनी की आशंका बनी हुई है।

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