निजी क्षेत्र में पुराव करने के लिए खफ रही अवैध मुरम
दमोह•Oct 21, 2019 / 11:22 pm•
Sanket Shrivastava
Hills disappearing from illegal excavation, day excavation in broad da
दमोह. कोटातला मारुताल ग्राम पंचायत में उद्योग विभाग से लगी जमीन की पहाडिय़ों पर अवैध मुरम उत्खनन चल रहा है। यह उत्खनन कई सालों से चल रहा है, जिसमें पहाडिय़ों का नामोनिशान मिटाकर मैदान व खंतियों में तब्दील करने का क्रम जारी है। यह अवैध मुरम शहर में बन रहीं कॉलोनियों, सरकारी निर्माण सहित अन्य निर्माण कार्यों में खफाई जा रही है।
कोटातला मारुताल क्षेत्र में जब उद्योग विभाग को जमीन आवंटित हुई तो पहले बड़ी-बड़ी पहाडिय़ां थीं। इस क्षेत्र में पेड़ भी लगे थे, लेकिन पेड़ सालों पहले गायब हो गए। अब इन छोटी पहाडिय़ों का अस्तित्व समाप्त कर क्षेत्र को मैदान में तब्दील किया जा रहा है।
पत्रिका ने इस क्षेत्र का जायजा लिया तो थोड़ा आगे जाकर देखा तो धूल के गुबार उड़ रहे थे। नजदीक पहुंचने पर एक अर्थमूवर कतार में खड़े ट्रैक्टरों में अपने डैनों से मुरम उड़ेल रहा था। ट्रैक्टरों की तादाद करीब 20 से अधिक थी।
जब ट्रैक्टर की ट्रॉली में मुरम डाली जा रही थी, तो उस दौरान करीब तीन ट्रैक्टरों की मौजूदगी बनी हुई थी।
वाहनों के ड्राइवरों के अलावा एक युवक मौजूद था। जिससे पूछा गया तो उसने बताया कि यह मुरम ग्राम पंचायत के निर्देश पर मुरम खोदी जा रही है।
जिसका उपयोग पंचायत के कार्यों में किया जा रहा है। इतना कहते हुए वह नीचे गया और अर्थमूवर व ट्रैक्टरों के ड्राइवर को इशारा किया तो वह देखते ही देखते सभी वाहन मौका स्थल से गायब हो गए।
लडऩे पर उतारू हो जाते हैं
पुष्टि करने के लिए कोटातला मारुताल ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक पार्थ राजपूत से बात की गई तो उनका कहना था कि वह हड़ताल पर हैं। ग्राम पंचायत में ऐसा कोई निर्माण कार्य नहीं चल रहा है, जिसमें मुरम की आवश्यकता हो। उन्होंने बताया कि मुरम खोदने वालों को कई बार उन्होंने भी भगाया है। लेकिन कोई मानता नहीं है। ज्यादा आपत्ति दर्ज कराने पर लडऩे के लिए उतारू हो जाते हैं। यह सालों से चल रहा है, इसकी कई शिकायतें भी की गई हैं। यदि ग्राम पंचायत को जरुरत होती है तो वह खनिज विभाग से फ्री रॉयल्टी के लिए आवेदन करती है तब मुरम की खुदाई कर सकते हैं।