सुरेंद्र गुर्जर निवासी पाटोली की नेशनल हाईवे पर समलेटी गांव के पास पेड़ गिरने से बाइक टकरा गई। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे स्थानीय अस्पताल से जयपुर रैफर कर दिया। इसी प्रकार मेहंदीपुर बालाजी निवासी चंचल पुत्री बिल्लू पर मकान के ऊपर रखी चारपाई आ गिरी। चंचल को भी गंभीर अवस्था में जयपुर रैफर कर दिया गया। वहीं महुवा निवासी सफेदी पत्नी गोपाल मीणा के ऊपर लोहे की चद्दर गिरने से वह घायल हो गई। उसके सिर में गंभीर चोट आई।
रामवती पत्नी राहुल भी अंधड़ में घायल हो गई। दो महिलाओं को भी मामूली चोट लगी। गहनौली, बिराना, बिरोंदा सहित कई गांवों में तेज हवा के कारण चूल्हे की चिंगारी से छप्परपोश व अन्य सामानों में आग लग गई। दर्जनों पेड़ गिर गए।
दो दर्जन ट्रांसफॉर्मर गिरे
निगम अभियंताओं ने बताया कि क्षेत्र में अंधड़ से करीब पौने तीन सौ बिजली के खम्भे व दो दर्जन ट्रांसफॉर्मर टूट गए। इससे क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति ठप हो गई। कस्बे में गुरुवार देर शाम आपूर्ति सुचारु हो सकी। निगमकर्मियों ने युद्धस्तर पर मरम्मत कार्य किया। बिजली के अभाव में लोगों को पानी भी नहीं मिला। लोग दिनभर भटकते रहे। वहीं अस्पताल में अंधेरा होने से चिकित्साकर्मियों को टॉर्च व मोमबत्ती की रोशनी में घायलों का उपचार करना पड़ा।
आफत बनकर आई आंधी
मंडावर. क्षेत्र में अंधड़ से अस्त-व्यस्त हुआ जनजीवन दूसरे दिन भी पटरी पर नहीं लौटा। बिजली गुल होने से पेयजल सप्लाई, मोबाइल सेवा व उद्योग धंधे चौपट रहे। थाने में भी कम्प्यूटर संबंधी कामकाज प्रभावित हुआ। जेईएन जगदीश मीणा ने बताया कि अंधड़ से क्षेत्र में लगभग पांच दर्जन खम्भे गिरे। रात तक मरम्मत जारी रही।
खेड़ला. क्षेत्र में बुधवार देर शाम आंधी लोगों के लिए आफत बन गई। दर्जनों टिन-टप्पर व छप्परपोश उड़ गए। वहीं आधा दर्जन गांव में बिजली के खम्भे टूट जाने के कारण ठप हुई बिजली आपूर्ति गुरुवार दोपहर तक सुचारू नहीं हुई। पेड़ गिरने से आवागमन भी बाधित रहा। पावटा, खेड़ला, नाहिडा, गाजीपुर, खावद, तालचिड़ी, जहाजपुर आदि गांवों में बिजली सप्लाई ठप रही। इससे पेयजल समस्या भी खड़ी हो गई। बिजली निगम के सहायक अभियंता ने बताया कि विद्युत तंत्र को दुरुस्त किया जा रहा है।
बसवा. कस्बे में बुधवार शाम अंधड़ से कस्बे की बिजली गुल हो गई। कई पेड़ धराशाही हो गए। गोमलाडू की ढाणी में बिजली को दो पोल टूट गए।
कस्बे में रामगुणी, भगत की ढाणी, तहसील कार्यालय में फाल्ट आने से पूरी रात बिजली गुल रही गई। लोगों को पूरी रात अंधेरे में गुजारनी पड़ी। लोग बार बार अभियंताओं के पास फोन करते रहे, लेकिन अधिकारियों ने फोन रिसीव ही नहीं किया।