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दौसा

डायरी के लिए भटक रहे हैं 3 लाख 10 हजार श्रमिक

3 lakh 10 thousand workers are wandering for diary: योजनाओं के लाभ से वंचित

दौसाOct 15, 2019 / 08:25 am

gaurav khandelwal

डायरी के लिए भटक रहे हैं 3 लाख 10 हजार श्रमिक

डायरी के लिए भटक रहे हैं 3 लाख 10 हजार श्रमिक

दौसा. प्रदेश में 3 लाख 10 हजार श्रमिकों को श्रमिक डायरी का इंतजार है। श्रमिकों ने ई-मित्रों पर आवेदन कर रखा है, लेकिन विभाग उनकी डायरी नहीं बना रहा। श्रमिक कार्यालयों में चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उनको सिवाय आश्वासन के कुछ नहीं मिलता। इनके अलावा कागजों में कमी रहने के कारण 2 लाख 98 हजार 167 लोगों के तो श्रमिक डायरी के आवेदन खारिज भी कर दिए गए हैं। डायरी के अभाव में श्रमिक सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित हैं।
3 lakh 10 thousand workers are wandering for diary

इन जिलों में इतने आवेदन लम्बित


दौसा जिले में मई 2018 के बाद 19 हजार 202 श्रमिकों के डायरी आवेदन लम्बित हैं। इसी प्रकार अजमेर में 888, अलवर में 477, बांसवाड़ा में 34330, बारां में 14968, बाडमेर 3464, ब्यावर 3703, भरतपुर 12130, भीलवाड़ा में 20141, बीकानेर 8997, बूंदी 7879, चित्तौडगढ़़ 14353, चूरू 16952, धौलपुर 8695, डूंगरपुर 7388, हनुमानगढ़ 26048, जयपुर 23053, जैसलमेर 1815, जालौर 1623, झालावाड़ 5533, झुंझुनूं 3959, जोधपुर 3409, करौली 2803, कोटा 3059, नागौर 2915, पाली 12007, प्रतापगढ़ 654, राजसमंद 3616, सवाईमाधोपुर 6147, सीकर 22069, सिरोही 3390, श्रीगंगानगर 382, टोंक 9309 व उदयपुर में 4421 श्रमिकों के आवेदन लम्बित हैं।
2 लाख 98 हजार आवेदन खारिज


दौसा जिले में मई 2018 के बाद 9 हजार 972 श्रमिकों के आवेदन कागजों में कमी के कारण निरस्त हो गए। इसी प्रकार अजमेर में 8111, अलवर में 19705, बांसवाड़ा में 1792, बारां में 7175, बाडमेर 24175, ब्यावर 1786, भरतपुर 3610, भीलवाड़ा में 12187, बीकानेर 5458, बूंदी 1710, चित्तौडगढ़़ 5065, चूरू 8467, धौलपुर 5874, डूंगरपुर 2291, हनुमानगढ़ 14078, जयपुर 22184, जैसलमेर 2955, जालौर 2813, झालावाड़ 6383, झुंझुनूं 19536, जोधपुर 15808, करौली 2995, किशनगढ़ 1381, कोटा 9849, नागौर 11206, पाली 5973, प्रतापगढ़ 2794, राजसमंद 2341, सवाईमाधोपुर 1801, सीकर 22840, सिरोही 1949, श्रीगंगानगर 19263, टोंक 11123 व उदयपुर में 3557 लोगों के आवेदन खारिज हो गए।
साढ़े 35 लाख श्रमिक अब तक कर चुके हैं आवेदन


यदि पूरे प्रदेश में अब तक 35 लाख 67 हजार 31 श्रमिक विभिन्न योजनाओं में लाभ लेने के लिए डायरियां बनवाने के लिए आवेदन कर चुके हैं ,जिनमें विभाग अब तक 22 लाख 63 हजार 334 लोगों की श्रमिक डायरियां बना चुका है। 5 लाख 10 हजार श्रमिकों की डायरियां कागजी खानापूर्ति के कारण अटकी हुई है। दौसा में 12 हजार 423 लोगों की डायरियां कागजी खानापूर्ति कारण अटकी हुई है।
जिनकी तैयार, वे ले नहीं रहे


पूरे प्रदेश में 1 लाख 85 हजार 590 श्रमिकों की डायरियां श्रम विभाग के पास तैयार रखी हैं, लेकिन ये लोग 85 रुपए शुल्क जमा करा कर डायरी नहीं ले जा रहे हैं। दौसा में भी 2 हजार 185 लोगों की श्रमिक डायरियां बन कर तैयार रखी हुई हैं।

यह है आवेदन प्रक्रिया


दौसा श्रम अधिकारी ने बताया कि डायरियां बनाने के लिए ई-मित्र पर आवेदन ऑनलाइन कराना पड़ता है या फिर अभ्यर्थी अपनी एसएसओ आईडी बना कर स्वयं भी आवेदन दाखिल कर सकता है। विभाग ने यह व्यवस्था कर दी हैकि जिसका प्राथमिकता से आवेदन आ रहा है, उसकी ही डायरी बनेगी। बीच में से किसी का आवेदन नहीं खुलता है। इससे डायरी बनाने में कोई गड़बड़ी नहीं हो सकती है।
प्रदेश की स्थिति


1. अब तक आवेदन – 3567031
2. श्रमिक डायरियां बन चुकी- 2263334
3. कागजी कमी के कारण लम्बित- 510141
4. अंशदान जमा नहीं कराया- 185590
5. श्रमिक डायरियां लम्बित – 309799
6. आवेदन खारिज -298167
दौसा की स्थिति


1. अब तक आवेदन – 86658
2. डायरियां बन चुकी- 42876
3. कागजी कमी के कारण लम्बित- 12423
4. अंशदान जमा नहीं कराया – 2185
5. श्रमिक डायरियां लम्बित – 19202
6. आवेदन खारिज – 9972

श्रम विभाग में श्रमिक डायरियां ऑनलाइन प्राथमिकता से ही बनती है। जिस आवेदक का नम्बर आता है, उसका ही आवेदन पोर्टल पर खुलता है। बीच में से किसी की भी डायरी नहीं बना सकते। पूरे प्रदेश में करीब 3 लाख 10 हजार आवेदन लम्बित हैं।
– शिवदयन सौलंकी, श्रम कल्याण अधिकारी दौसा

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