लोकसभा चुनाव में फेज सात का मतदान 19 मई को होगा। ऐसे में प्रधानमंत्री का केदार बाबा के पास जाना, हिन्दू वोटों के ध्रुवीकरण के लिहाज से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि देवभूमि से केदार बाबा के पास प्रधानमंत्री मोदी का जाना, वोटरों को एक संदेश दे सकता है। इससे न केवल वोटों का ध्रुवीकरण हो सकता है, बल्कि चुनाव पर काफी हद तक प्रभाव पड़ सकते हैं। हांलाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का केदार बाबा से लगाव जगजाहिर है। उनके कार्यकाल में ही केदारनाथ धाम के पुनर्निमाण के लिए केंद्र द्वारा लगभग 600 करोड़ रूपए का आवंटन किया गया। इससे पहले भी वह गत दो वर्षों में तीन बार धाम पहुंच चुके हैं।
इतना ही नहीं पहले भी पीएम मोदी ने लोगों से केदार बाबा समेत राज्य के चारों धाम के दर्शन की अपील की थी। इससे राज्य के पर्यटन में खासी बढोत्तरी देखने को मिली। अपर जिलाधिकारी अरविंद पांडे ने एआईजी एसपीजी जेपी शाही का संदर्भ देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के धाम पहुंचने के कार्यक्रम की पुष्टि की। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को देखते हुए आईजी एसपीजी द्वारा केदारनाथ की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया जाएगा। इसके साथ ही एसपीजी टीम के लिए गुप्तकाशी में रुकने की व्यवस्था की गई है।