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नाम नहीं हुए फाइनल…
मंत्रिमंडल में रिक्त तीन पदों में से किसको मंत्री बनाया जाएगा। इसको लेकर दिल्ली से देहरादून तक अफवाहों का बाजार काफी गरम है। दरअसल पिछले दिनों उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन की खबरें तेजी के साथ सोशल मीडिया में चलीं जिससे उत्तराखंड की सियासत में काफी तूफान मच गया था। हालांकि नेतृत्व परिवर्तन की खबरें महज अफवाह थी। इस बीच मुख्यमंत्री दिल्ली भी गए और उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की। उस समय ही यह लग गया था मुख्यमंत्री जल्द ही अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे।
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सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री मंत्रिमंडल में रिक्त पड़े सभी पदों को इसलिए भरना नहीं चाह रहे हैं ताकि विधायकों को लगे कि संभवत: अगले मंत्रिमंडल विस्तार में उनका भी नंबर आ सकता है। इससे विधायकों का ध्यान नेतृत्व परिवर्तन की ओर नहीं जाएगा। इसलिए रिक्त पड़े तीन पदों में से एक या दो ही मंत्रियों की एंट्री इस बार के मंत्रिमंडल के विस्तार में संभव है। यहां यह बताना जरूरी है कि आगामी मार्च माह में सरकार अपने कार्यकाल का 3 साल पूरा करने वाली है। पिछले तीन साल से मंत्रिमंडल में मंत्रियों के तीन पद रिक्त पड़े हुए हैं। माना जा रहा है कि होली के आसपास मुख्यमंत्री तीन रिक्त पदों में से एक या दो पद को भरेंगे। शेष पदों को छोड़ दिया जाएगा। ताकि विधायकों को अलगे मंत्रिमंडल विस्तार तक मंत्री बनने का इंतजार रहे।
‘मंत्रिमंडल विस्तार जल्द ही किया जाएगा। उन जिलों को मंत्रिमंडल विस्तार में तवज्जो दिया जाएगा जहां से कोई मंत्री नहीं है। संख्या कितनी होगी। फिलहाल कुछ भी कहा नहीं जा सकता है। ’ त्रिवेंद्र सिंह रावत ,मुख्यमंत्री ,उत्तराखंड