ऐसा करने वाले प्रदीप यादव झारखंड की पोड़ैयाहाट विधानसभा सीट से विधायक है। राहुल गांधी के साथ ही उन्होंने विभिन्न बड़े राजनीतिक दलों के मुखियाओं से भी ऐसा करने की अपील की है। इसके पीछे उनका कहना है कि इस पुण्य कार्य में सभी धर्मनिरपेक्ष दलों को अपनी भागीदारी निभानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि यदि कोई खास दल ही इस दिशा में पहल करता है या केवल वही भागीदारी निभाता है तो इसकी आड़ में भविष्य में वह राजनीति भी करना चाहेंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा करना देश की धर्मनिरपेक्ष छवि को बनाए रखने के लिए भी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि देश के सभी संगठन एवं राजनीतिक दल के नेता व पूरे देश की जनता यदि निर्माण में भागीदारी निभाती है तो किसी खास संगठन की छाप भगवान के मंदिर पर नहीं पड़ेगी। प्रदीप यादव ने उम्मीद व्यक्त की कि सभी राजनीतिक दल उनके आग्रह को स्वीकार करेंगे। राहुल गांधी के साथ ही प्रदीप ने पत्र की प्रतिलिपि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, टीआरएस अध्यक्ष केसीआर, तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी, राजद अध्यक्ष लालू यादव, वाईएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष जगनमोहन रेड्डी, बसपा अध्यक्ष मायावती, और झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन को भी भेजी है।
यादव ने राम मंदिर निर्माण समिति और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के अध्यक्ष को भी पत्र लिखकर पीएम मोदी के साथ ही भूमि पूजन के कार्यक्रम में अन्य पार्टी प्रमुखों या उनके प्रतिनिधियों को बुलाने का आग्रह किया है।
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गौरतलब है कि प्रदीप यादव ने झाविमो के टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़ था। इसके बाद वह कांग्रेस में शामिल हुए थे। फिलहाल स्पीकर का फैसला इस मामले में नहीं आया है इसलिए उन्हें तकनीकी रूप से निर्दलीय विधायक माना जाता है।