भूकंप आया तो तत्काल मिलेंगे संकेत
स्थानीय मौसम विज्ञान से प्राप्त जानकारी के अनुसार अब यदि भूकंप संबंधी कोई गतिविधि होगी तो बेहद अल्प अवधि में इसकी जानकारी स्थानीय मौसम विज्ञान केंद्र को मिलेगी। यहां स्थापित मशीन तो सीधे मौसम विज्ञान विभाग के मुख्यालय को संकेत भेजेगी लेकिन कुछ ही क्षणों में यह जानकारी स्थानीय प्रशासन के पास होगी और वहां से मौसम विज्ञान केंद्र को मिल जाएगी। अब तक इस जानकारी के लिए अजमेर स्थित मौसम विज्ञान केंद्र कार्यालय पर निर्भर रहना पड़ता था। अब यह मशीन आसपास के चार सौ किलोमीटर की परिधि में भूकंप आने पर इसके केंद्र तथा भूकंप की तीव्रता की जानकारी दे सकेगी।
निदेशक ने की शुरुआत
सिस्मोग्राफी मशीन काफी समय पहले श्रीगंगानगर में लगा तो दी गई लेकिन इसे स्थापित करने वाली कंपनी की ओर से इसकी जांच आदि की जानी थी। पिछले दिनों इस संबंध में कार्रवाई पूरी होने के बाद मौसम विज्ञान विभाग के निदेशक (वैज्ञानिक ई) जियालाल गौतम ने इस मशीन की शुरुआत की। करीब पच्चीस लाख रुपए लागत की इस मशीन को श्रीगगानगर में फाइबर ग्लास से ढककर रखा गया है।
स्थापित हुई मशीन
स्थानीय मौसम विज्ञान केंद्र में सिस्मोग्राफी मशीन स्थापित कर दी गई है। यह मशीन चार सौ किलोमीटरकी परिधि में भूगर्भ में होने वाली गतिविधियों जैसे भूकंप आदि की पूरी जानकारी मिनटों में हमें दे पाएगी। पिछले दिनों इसका उद्घाटन किया गया है।
-एमएल रिणवां, प्रभारी, मौसम विज्ञान केंद्र