युवा कांग्रेस कुरूद विधानसभा के जिला प्रभारी पवन तिवारी और आकाश दीक्षित तथा जिला युकांध्यक्ष कृष्णा मरकाम की उपस्थिति में मासिक समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इसके बाद उक्त नेताओं के नेतृत्व में युकांई भाजपा की प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी के कथित थूक वाले बयान तथा महंगाई के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया। वे नारेबाजी करते हुए भाजपा कार्यालय पहुंचे। उस समय यहां विधायक अजय चन्द्राकर भी मौजूद थे। युकाइंयों ने उन्हें केतली और थूकदान भेंट करने के लिए बाहर बुलवाया,लेकिन नहीं आए। उनके आग्रह पर विधानसभा युकांध्यक्ष देवव्रत साहू और कुछ युकांई भाजपा कार्यालय में गए।
यहां जैसे ही उन्हें थूकदान और केतली भेंट कर रहे थे, तभी अजय चन्द्राकर ने भाजपा का गमछा पवन तिवारी को पहनाने की कोशिश की। इसके प्रतिक्रिया स्वरूप देवव्रत साहू ने भी उन्हें कांग्रेस का गमछा भेंट कर दिया। जिसके बाद वहां का माहौल खराब हो गया। दोनों ही पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच पहले तो जमकर बहस हुई। इसके बाद झूमाझटकी शुरू हो गई। पुलिस ने तत्काल हस्तक्षेप कर दोनों पक्षों को शांत कराया। इसके बाद युकांई वापस लौट गए। इस घटना पर आगे कार्रवाई के लिए भाजपा कार्यालय में बैठक चल रही है।
युकां नेता पवन तिवारी, आकाश दीक्षित, देवव्रत साहू ने कहा कि वे अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन कर रहे थे। भाजपा कार्यकर्ताओं तथा विधायक अजय चन्द्राकर के एक करीबी रिश्तेदार ने पहले मारपीट शुरू कर दी। उन्होंने आगे कहा कि उनके आंदोलन को हिंसा का सहारा लेकर कुचलने का प्रयास किया गया। आगामी विधानसभा चुनाव में क्षेत्र की जनता इसका जवाब जरूर देगी।
उन्होंने पुन: अपने इस संकल्प को दोहराया कि वे जनता के हित से जुड़े मुद्दो को लेकर संघर्ष करते रहेंगे। प्रदर्शनकारियों में युकां नेता डुमेश साहू, तोषण साहू, योगेश कूर्मी, रविन्द्र साहू, भारत भूषण साहू, खिलेन्द्र साहू, योगेश, महिम शुक्ला, योगेश साहू, उमाशंकर साहू, पुर्णेन्द्र साहू, उमेश साहु, चुनेश्वर साहू, धर्मपाल साहू, मुकेश साहू, चिमन साहू, हेमन सिंह साहू, तुकेश साहू, मिलन साहू, पुखराज साहू समेत अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे।
युकां जिलाध्यक्ष कृष्णा मरकाम ने कहा, युकाइंयों के साथ भाजपा कार्यालय में अजय चन्द्राकर की उपस्थिति में अमर्यादित और अशोभनीय व्यवहार किया गया। इसका युकां विरोध करती है। हम इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हैं।
विधायक अजय चन्द्राकर ने कहा, लोकतंत्र में विरोध जरूरी है, लेकिन अशिष्टता को लोकतंत्र नहीं कहा जाता। भीड़ में कुछ अशिष्ट युवक थे और ये विरोध प्रदर्शन नहीं था। सिर्फ अशिष्टता थी। यही वजह है कि देश में कांग्रेस सिमट गई है।