जानकारी के अनुसार प्रत्यक्षदर्शी स्थानीय रहवासियों ने बताया कि बुधवार को जेसीबी मशीन से नहर को एक तरफ से तोड़ते देखा गया। वहीं निर्मित स्टॉप डेम को भी तोड़कर वहां से पानी को आगे नाले में बहाया गया है। खबर लिखे जाने तक नहर को फोड़ कर पानी निकालने का कोई कारण तो पता नहीं चला लेकिन प्रथम दृष्टया लगता है कि आगे की ओर जो कुए सूख गए थे उनमें पानी का भराव करने के लिए ऐसा किया गया होगा। जैसे ही इसकी सूचना किसानों को लगी उन्होंने धामनोद थाने पर घटनाक्रम की जानकारी दी। उप निरीक्षक सुरेंद्र कनेश मय पुलिस बल के कोवा स्पिनिंग के पीछे स्थित नहर पहुंचे तथा स्थिति का जायजा लिया।जांच करने पर यह बात सामने आई कि नहर को तोड़कर बाद छिपाने के लिए उसके ऊपर झाडिय़ां डाल दी गई। इससे पता ना चल सके कि पानी नहर का है।
कुओं का घटा जलस्तर
स्टॉप डेम भी टूट जाने से वहां एकत्रित पानी बह गया, जिससे वहां के आसपास के किसानों के कुओ का जलस्तर भी काफी कम हो गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने एनवीडीए के अधिकारियों को भी इस विषय में सूचित किया तथा बताया कि इस प्रकार बिना अनुमति के जिसने भी नहर को तोड़ा है उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मौजूद किसानों ने बताया कि अभी नहर का पानी ज्यादा है, लेकिन जब नाहर सूख जाएगी तब इसी स्टॉप डेम का पानी नहर में चला जाएगा। इससे आसपास की किसानों की फसलें प्रभावित होगी।