दरअसल, रंग वाली होली के दिन कई लोग तामसिक पदार्थों का सेवन करते हैं। माना जाता है कि तामसिक पदार्थों में शनि का वास होता है। ऐसे में मंगल और शनि का मिलन घातक हो सकता है।
ज्योतिष के जानकारों के अनुसार, होली का त्यौहार ध्वज योग और फाल्गुनी नक्षत्र में पड़ रहा है। मंगलवार का होली काफी भारी माना जाता है। माना जाता है कि इस दिन तामसिक पदार्थों का सेवन शनि का युति बना देता है, जो सभी राशियों के लिए खतरनाक होता है।
इन सबके अलावा होलिका दहन के समय चंद्रमा का दर्शन बहुत ही शुभ माना जाता है। खसकर होलिका जलाते समय चंद्रमा का दर्शन अवश्य ही करना चाहिए। इसके अलावे होली की परिक्रमा करना बहुत ही शुभ माना जाता है। तीन या सात बार परिक्रमा अवश्य ही करना चाहिए। अगले दिन अर्थात मंगलवार के दिन होली खेलने से पहले रंग को मंदिर में जरूर चढ़ाएं