Published: Sep 16, 2023 11:45:47 am
दीपेश तिवारी
- सभी देवों में प्रथम पूज्य हैं भगवान श्री गणेश
- शिव गणों के अध्यक्ष होने के कारण
- कहा जाता है इन्हें गणाध्यक्ष
- विनायक के सभी अंग देते हैं बड़ी सीख
एकदंत, विनायक, दुखहर्ता...गणेश भगवान शास्त्रों के अनुसार प्रथम पूजनीय हैं। हिंदू धर्म के अनुसार गणपति को धन, विज्ञान, ज्ञान, बुद्धि और समृद्धि का देवता माना जाता है। गणेश पुराण के अनुसार भगवान गणेश का जन्म भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को हुआ था। इसलिए हर साल भाद्रपद मास में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश उत्सव मनाया जाता है। गणेश को वेदों में ब्रह्म, विष्णु एवं शिव के समान आदि देव के रूप में वर्णित किया गया है। इनकी पूजा त्रिदेव भी करते हैं। गण + पति = गणपति। संस्कृतकोशानुसार 'गण' अर्थात पवित्रक। 'पति' अर्थात स्वामी, 'गणपति' अर्थात पवित्रकों के स्वामी।