पानी की किल्लत के चलते जान जोखिम में डाल रहे पढऩे वाले मासूम बच्चे
डिंडोरी•Apr 11, 2019 / 09:32 pm•
shivmangal singh
नहाने के लिए गहरे पानी में छलांग लगा रहे बालक आश्रम के छात्र
डिंडोरी. गर्मी की शुरूआत से ही पानी की समस्या विकराल होने लगती है और पानी को लेकर जद्दोजहद करना पड़ता है चाहे वह पेयजल के लिये हो या नहाने व निस्तार के लिये लेकिन इस समस्या से निजात पाने के लिये लोग तो परेशान रहते है लेकिन शासकीय संस्थानों में इस समस्या से निपटने के लिये विभिन्न माध्यमों से पानी मुहैया कराया जाता है खास तौर पर ग्रामीण इलाकों में संचालित स्कूल व छात्रावासों में यह व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिये गर्मी के पूर्व भी व्यवस्थाये दूरुस्त कर ली जाती है वैसे भी छात्रावासों में नलकूप खनन कराया जा चुका है बावजूद इसके जिन छात्रावासों में नलकूप से पानी उपलब्ध नहीं होता उन छात्रावासों में पेयजल व निस्तार के पानी के लिये जलवाहक की व्यवस्था की गई है साथ ही उपयोगिता के आधार पर टेंकर आदि के लिये पानी बुलवाया जाता है लेकिन मेंहदवानी के जनजाति वृहद बालक आश्रम के छात्र नहाने के लिये लगभग 12 किमी सायकिल से पहुंचते है। यह हैरत सा लगता है लेकिन वास्तविकता यह है कि कठौतिया के नजदीक नदी में छात्र मंगलवार को नहाने पहुंचे थे और पुल के ऊपर से गहरे पानी में छलांग मार रहे थे। ये नौनिहाल बेखौफ भरी दोपहरी में पुल से लगभग 20 फीट नीचे गहराई में छलांग लगा रहे थे। यह कहना मुश्किल है कि नदी में कितना गहरा पानी होगा चूंकि नदी के निचले हिस्से में पानी संग्रहित करने के लिये डेंम का निर्माण किया गया है और निर्मित पुल से नदी के
ऊपरी हिस्से तक गहरा पानी है। छात्रों ने बतलाया कि छात्रावास में पानी की व्यवस्था तो है लेकिन गर्मी में यहां पहुंच कर नहाने का आनंद ही अलग होता है।
यहां तक छात्रों का कहना ठीक है लेकिन कोई भी जिम्मेदार इनके साथ नही है इसके अलावा सुरक्षा की दृष्टिकोण से कोई भी संसाधन नही है ऐसी दशा में कोई भी अप्रिय घटना घटित होने का अंदेशा बना हुआ है बावजूद इसके पुल के ऊपर रेलिंग से मासूम छलांग लगा रहे है छा़त्रों से पूछने के बाद जब मेंहदवानी स्थित जनजाति वृहद बालक छात्रावास पहुंचे लेकिन यहां अधीक्षक मलवा सिंह तेकाम नदारत थे और अन्य कर्मचारी भी मौजूद नही मिले जिससे यह पता नही चल पाया कि ये छात्र नदी में नहाने किस की इजाजत से गये हुये थे या अधीक्षक के नदारद रहने का इन्होंने फायदा उठाया है। कुलमिलाकर नौनिहाल चाहे छात्रावास के हो या अन्य जिस तरह से ऊचाई से गहरे पानी में छलांग लगा रहे थे इससे कभी भी बड़ी घटना घटित हो सकती है।
जांच कराता हूं
मुझे इस संबंध में जानकारी प्राप्त हुई है मै इसकी जांच कराता हूं जिसके बाद अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।
अजय सिंह उइके, सहायक आयुक्त जनजाति कार्य विभाग डिंडोरी।.