मौसमी वैक्सीन भी कई तरह के इंफ्लूएंजा के खिलाफ बचाव नहीं करती है जिससे पक्षियों और सूअर जैसे जानवरों को संक्रमण होता है और उससे मनुष्य में संक्रमण फैल सकता है। अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शस डिसीज के शोधकर्ताओं ने इंफ्जूएंजा वायरस की सतह पर हिमैग्लूटिनिन ग्लाइकोप्रोटीन के एक विशेष हिस्से पर असर करने वाली नैनोपार्टिकल वैक्सीन का विकास किया है।
चूहों पर किए गए इसके परीक्षण में यह सामने आया कि यह वैक्सीन जानवरों को विभिन्न प्रकार के इंफ्लूएंजा वायरस के संक्रमण से बचा सकती है। शोधकर्ताओं ने कहा कि उन्हें इस पर काम करने की जरूरत है कि क्या यह वैक्सीन मनुष्य के इस्तेमाल के लिए स्वीकृत अन्य दवाइयों के साथ काम कर सकती है।