छात्रा घबराहट के चलते वह कुछ लिख नहीं पाई। कलाई पर भी विषय से सबंधित नोट्स लिखा हुआ था। उडऩदस्ता टीम की महिला शिक्षिका ने जब छात्रा को गौर से देखा तो मामला समझ में आया। छात्रा को उठाकर तलाशी ली गई, जिसमें पुस्तक बरामद की।
छात्रा का नकल प्रकरण बनाने के बाद उसे दोबारा से नई उत्तरपुस्तिका दी गई। जिला शिक्षा विभाग ने विद्यार्थियों से अपील की है कि परीक्षाओं की तैयारी पर भरोसा करें, नकल से दूर ही रहें, क्योंकि परीक्षा में सफलता मेहनत दिलाती है, न की इस तरह के पैतरें। १०वीं विज्ञान प्रश्नपत्र के लिए कुल २०६२३ ही परीक्षा में शामिल हुए।