वन होम वन ट्री को सराहा
संस्था-संगठनों के पदाधिकारियों ने वन होम, वन ट्री कैंपेन बेहद कारगर बताया है। घर में पौधे लगने के बाद इसे सहेजे जाने की संभावना काफी बढ़ जाती है। उनका कहना है कि घर सुरक्षित बाउंड्रीवाल के दायरे में रहते हैं और कम पौधों को सहेजना आसान भी होता है।
बगैर ट्रीगार्ड पौधों को बचाने सुझाव
संस्था-संगठनों के पदाधिकारियों ने घरों में पौधों को बगैर ट्री गार्ड सुरक्षित रखने के उपाय भी सुझाए हैं। उनका कहना है कि बगैर ट्री गार्ड के भी इन्हें सहेजा जा सकता है। जैसे ईंटों का कुछ ढेर तैयार कर लिया जाए, या पुराने फ्लैक्स से भी इसे सहेजा जा सकता है। कुछ सदस्यों ने कहा कि जिले में छिंद के पेड़ बहुत होते हैं। यह ट्री गार्ड के लिए बड़ा अच्छा काम करते हैं।
आक्सीजन देने वाले पौधों पर जोर
संस्था-संगठनों के पदाधिकारियों ने अधिक आक्सीजन देने वाले पौधे लगाने के सुझाव भी दिए। इनमें आम, पीपल, नीम लगाने के सुझाव दिए गए। सदस्यों ने कहा कि फलदार पौधे भी दिए जाने चाहिए। घरों की स्थिति के अनुसार पेड़ों का चयन महत्वपूर्ण होता है। इस मामले में 98261-51959 पर संपर्क कर सुझाव भी लिया जा सकता है।
पैच बनाकर सुरक्षा की जिम्मेदारी
घरों के साथ जिले के प्रमुख ग्रामीण सड़कों पर करीब एक लाख अफ्रीकन गुलमोहर के पौधे रोपने की तैयारी की जा रही है। अलग-अलग विभागों द्वारा पौधरोपण के बाद पैच बनाकर इन पौधों को बचाने की जिम्मेदारी औद्योगिक संगठनों, चेम्बर ऑफ कॉमर्स और संस्था-संगठनों को दिया जाएगा।