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पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया है कि कंपनी मलेशिया की है। इंडिया में पूरा कारोबार वह खुद देखता है। आरोपी के खिलाफ मोहन नगर पुलिस ने धोखाधड़ी और चिटफंड एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया है। सोमवार को उसे न्यायालय में पेश किया गया। जहां से न्यायालय के आदेश पर उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया।
पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया है कि कंपनी मलेशिया की है। इंडिया में पूरा कारोबार वह खुद देखता है। आरोपी के खिलाफ मोहन नगर पुलिस ने धोखाधड़ी और चिटफंड एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया है। सोमवार को उसे न्यायालय में पेश किया गया। जहां से न्यायालय के आदेश पर उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया।
होटल में बुलाकर लोगों से करवा रहा था निवेश
सीएसपी विवेक शुक्ला और मोहन नगर टीआई राजेश बागड़े ने बताया कि पुलिस ने रविवार को शाम अग्रेसन चौक के निकट स्थित होटल गारनेट में दबिश दी। तब आरोपी होटल के कॉन्फ्रेस हॉल में विदेश (foreign) यात्रा की स्कीम को समझा रहा था। कॉन्फ्रें स के बीच में ही पुलिस आरोपी को थाना ले आई और वहां मौजूद नागरिकों को समझाईश दी कि वे इस तरह के झांसे में न आएं। अगर वे कंपनी में निवेश करते हैं तो उनका पैसा डूब जाएगा। (Durg Crime news)
सीएसपी विवेक शुक्ला और मोहन नगर टीआई राजेश बागड़े ने बताया कि पुलिस ने रविवार को शाम अग्रेसन चौक के निकट स्थित होटल गारनेट में दबिश दी। तब आरोपी होटल के कॉन्फ्रेस हॉल में विदेश (foreign) यात्रा की स्कीम को समझा रहा था। कॉन्फ्रें स के बीच में ही पुलिस आरोपी को थाना ले आई और वहां मौजूद नागरिकों को समझाईश दी कि वे इस तरह के झांसे में न आएं। अगर वे कंपनी में निवेश करते हैं तो उनका पैसा डूब जाएगा। (Durg Crime news)
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आरोपी से सीएसपी की उपस्थिति में 6 घंटे तक पूछताछ की गई। उसने पुलिस को बताया कि इस कारोबार में उसकी पत्नी भी डॉयरेक्टर है। सारा पैसा दोनों के नाम से अकाउंट में जमा होता है। इसके बाद पुलिस ने बैंकों में संचालित खाता से राशि निकालने और जमा करने पर प्रतिबंध लगाने बैंक को पत्र जारी कर दिया है। पुलिस का कहना है कि इस प्रकरण में धर्मालिंगम की पत्नी को भी आरोपी बनाया गया है। उसे गिरफ्तार करने जल्द ही टीम रवाना की जाएगी।
आरोपी से सीएसपी की उपस्थिति में 6 घंटे तक पूछताछ की गई। उसने पुलिस को बताया कि इस कारोबार में उसकी पत्नी भी डॉयरेक्टर है। सारा पैसा दोनों के नाम से अकाउंट में जमा होता है। इसके बाद पुलिस ने बैंकों में संचालित खाता से राशि निकालने और जमा करने पर प्रतिबंध लगाने बैंक को पत्र जारी कर दिया है। पुलिस का कहना है कि इस प्रकरण में धर्मालिंगम की पत्नी को भी आरोपी बनाया गया है। उसे गिरफ्तार करने जल्द ही टीम रवाना की जाएगी।
सीधे डायरेक्टर को पकड़ा
दुर्ग सीएसपी विवेक शुक्ला ने बताया कि यह प्रकरण इसलिए महत्वपूर्ण है कि हमने सीधे डॉयरेक्टर को पकड़ा है। मोमेरण्डम के आधार पर एफआइआर किया। इसके पहले तक केवल एजेंट हत्थे चढ़ते थे। मुख्य आरोपी बाद में पकड़ में आते थे। जल्द ही मुख्य आरोपी की पत्नी को पकडऩे हम टीम तामिलनाडू भेजी जाएगी।
दुर्ग सीएसपी विवेक शुक्ला ने बताया कि यह प्रकरण इसलिए महत्वपूर्ण है कि हमने सीधे डॉयरेक्टर को पकड़ा है। मोमेरण्डम के आधार पर एफआइआर किया। इसके पहले तक केवल एजेंट हत्थे चढ़ते थे। मुख्य आरोपी बाद में पकड़ में आते थे। जल्द ही मुख्य आरोपी की पत्नी को पकडऩे हम टीम तामिलनाडू भेजी जाएगी।
सिर्फ सात हजार में विदेश यात्रा का झांसा
सिर्फ 7 हजार में मलेशिया और थाईलैंड की यात्रा में कंपनी एक रुपए भी नहीं लगाती। स्कीम ऐसा है कि यह आम लोगों को आसानी से समझ में नहीं आता। हितग्राहियों के रुपए से ही हितग्राहियों को टूर कराया जाता है। सीएसपी ने बताया कि कंपनी पहले एक सदस्य बनाकर 7 हजार रुपए लेती है। कंपनी का शर्त रहता है कि 7 हजार रुपए जमा करने के बाद उसे 7 सदस्य बनाना है और उन सदस्यों को भी 7-7 सदस्य बनाना है। जब तक पहला व्यक्ति 49 सदस्य नहीं बनाता तब तक कंपनी उसे विदेश नहीं भेजती।
सिर्फ 7 हजार में मलेशिया और थाईलैंड की यात्रा में कंपनी एक रुपए भी नहीं लगाती। स्कीम ऐसा है कि यह आम लोगों को आसानी से समझ में नहीं आता। हितग्राहियों के रुपए से ही हितग्राहियों को टूर कराया जाता है। सीएसपी ने बताया कि कंपनी पहले एक सदस्य बनाकर 7 हजार रुपए लेती है। कंपनी का शर्त रहता है कि 7 हजार रुपए जमा करने के बाद उसे 7 सदस्य बनाना है और उन सदस्यों को भी 7-7 सदस्य बनाना है। जब तक पहला व्यक्ति 49 सदस्य नहीं बनाता तब तक कंपनी उसे विदेश नहीं भेजती।
2017 से चल रहा अवैध कारोबार
जब कंपनी 3.49 लाख की कमाई कर लेती है उसके बाद उस व्यक्ति को विदेश भेजती है। लोगों के मन में यह रहता है कि उसने सिर्फ 7 हजार रुपए निवेश किया है। पुलिस के मुताबिक यह अवैध कारोबार 2017 से संचालित है। इस दौरान कंपनी ने तीन बार अपना नाम बदला है। पुलिस ने बताया कि नाम बदलने की मुख्य वजह लोगों को दिगभ्रमित करना है। कंपनी ने शहर में कोई ऑफिस नहीं खोला है। सारा कारोबार ऑनलाइन होता है। (Durg Crime news)
जब कंपनी 3.49 लाख की कमाई कर लेती है उसके बाद उस व्यक्ति को विदेश भेजती है। लोगों के मन में यह रहता है कि उसने सिर्फ 7 हजार रुपए निवेश किया है। पुलिस के मुताबिक यह अवैध कारोबार 2017 से संचालित है। इस दौरान कंपनी ने तीन बार अपना नाम बदला है। पुलिस ने बताया कि नाम बदलने की मुख्य वजह लोगों को दिगभ्रमित करना है। कंपनी ने शहर में कोई ऑफिस नहीं खोला है। सारा कारोबार ऑनलाइन होता है। (Durg Crime news)
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