
शारीरिक शक्ति बढ़ाने के लिए आजकल बाजार में कई तरह की दवाइयां हैं, लेकिन नेचुरल तरीके से पॉवर बढ़ाने के लिए पुरुष दालचीनी का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें कई पोषक तत्व होते हैं ये बॉडी को हील कर एनर्जी देता है। इससे पुरुषों में शारीरिक मजबूती आती है। उनका स्टैमिना भी काफी बढ़ता है। दालचीनी के और भी कई फायदे हैं। ये सर्दी—जुकाम, कैंसर आदि बीमारियों को ठीक करने में मददगार साबित होता है।

दालचीनी में प्रचुर मात्रा में एंटी आॅक्सिटेंड, पॉलीफेनोल, मैग्जीन, आयरन और फाइबर जैसे पोषक तत्व होते हैं। रोज सुबह-शाम आधा चम्मच दालचीनी पाउडर को एक गिलास दूध के साथ मिलाकर पीने से पुरुषों की शारीरिक क्षमता में वृद्धि होती है। इससे उनका स्टैमिना भी बढ़ता है।

ये कैंसर जैसे घातक रोग से लड़ने में भी सक्षम है। इसकी चुटकी भर मात्रा लेकर एक चम्मच शहद में मिलाकर खाने से राहत मिलती है। इसके अलावा ये शरीर से पित्त को भी बाहर निकालता है इसलिए ये पेट के कैंसर से भी छुटकारा दिलाता है।

दालचीनी में एंटी—इंफलेमेटरी गुण होते हैं। ये शरीर में मौजूद बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। साथ ही फैट वाली चीजें खाने से शरीर को होने वाले नुकसान से भी बचाता है।

कई लोगों को गठिया की बीमारी होती है। इसमें हाथ—पैर चलाने पर दर्द होता है। इससे रोगी को उठने—बैठने में भी दिक्कत होती है। इस समस्या को दूर करने के लिए एक गिलास गुनगुने पानी में शहद और दालचीनी पाउडर डालकर पीने से राहत मिलती है। आप इसका पेस्ट बनाकर प्रभावित जगह पर लगा भी सकते हैं।

अगर कोई व्यक्ति हियरिंग डिसआॅर्डर से ग्रस्त है यानि उसे कम सुनाई देता है तो उसके लिए भी दालचीनी एक उपयोगी औषधि है। रात को सोते समय कान में दालचीनी के तेल की दो बूंद डालने से समस्या दूर होती है।

दालचीनी सर्दी—जुकाम को ठीक करने का रामबाण तरीका है। एक गिलास गुनगुने पानी में दो चुटकी काली मिर्च मिलाकर सुबह खाली पेट पीने से जमा हुआ कफ बाहर निकल जाता है। इससे बंद नाक भी खुलती है। आप चाहे तो इसमें एक चम्म्च शहद मिलाकर भी पी सकते हैं।

दालचीनी में एंटी—इंफलामेटरी तत्व होते हैं जो दिमाग के आंतरिक टिशूज में आई सूजन को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा ये अल्जाइमर, ब्रेन ट्यूमर, मल्टीपल स्केलोरोसिस जैसी गंभीर बीमारियों से भी छुटकारा दिलाता है।

दालचीनी में कौमारिन नामक यौगिक होता है। जो खून को पतला करने में मदद करता है। इससे शरीर में खून के थक्के नहीं जमते है। साथ ही ये रक्त संचार को भी बेहतर रखता है।

दालचीनी याददाश्त बढ़ाने में भी मदद करता है। इसे सूंघने से दिमाग में एक खास तरह का रसायन रिलीज होने लगता है जिससे ब्रेन को अच्छा लगने लगता है और वो एक्टिव हो जाता है। ऐसे में याद की गई कोई भी चीज हमेशा जहन में रहती है।