
हर व्यक्ति अपने जीवन में कामयाबी के शिखर तक पहुंचना चाहता है, लेकिन कई बार हमारी कुंडली में मौजूद दोषों एवं अन्य कारणों से हमें मेहनत के बावजूद पूरा फल नहीं मिल पाता है। अगर आप भी ऐसे लोगों में शुमार हैं तो तांबे की एक छोटी—सी अंगूठी आपकी किस्मत बदल सकती है।

तांबे को सूर्य ग्रह का प्रतीक माना जाता है। इसे धारण करने से व्यक्ति को समाज में मान—सम्मान मिलने लगता है। ऐसे व्यक्ति व्यापार एवं नौकरी में उच्च पद पर आसीन होते हैं। ऐसे लोगों के पास धन—दौलत की कमी नहीं होती है।

तांबे की अंगूठी यदि अनामिका अंगुली में पहनी जाए तभी इसका ज्यादा फल मिलता है। क्योंकि ये अंगुली सूर्य की कहलाती है। रविवार के दिन तांबे की अंगूठी को सूर्य देव के सामने रखकर, इसे गंगाजल से शुद्ध करके एवं सिंदूर लगाकर अपने दाहिने हाथ में धारण करना चाहिए।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जो लोग तांबे की अंगूठी पहनते हैं वे भीड़ में भी अपनी जगह बनाने में सक्षम रहते हैं। ऐसे लोग उच्च अधिकारी बनते हैं व बहुत नामी—गिरामी नेता एवं बिजनेसमैन बनते हैं। ऐसे व्यक्तियों की पहचान न सिर्फ उनके जीवित रहने तक बल्कि मृत्यु के बाद भी रहती है।

अगर किसी की कुंडली में सूर्य ग्रह कमजोर होता है तो इसे मजबूत करने के लिए तांबे की अंगूठी पहनी जाती है। इससे व्यक्ति का स्वास्थ भी सही रहता है और रक्त संबंधित बीमारियां नहीं होती हैं। इस अंगूठी को पहनने से व्यक्ति को शोहरत मिलने लगती है।

तांबे की अंगूठी महज सूर्य ग्रह के लिए ही नहीं बल्कि मंगल के लिए भी बहुत फायदेमंद है। इसे धारण करने से व्यक्ति का गुस्सा शांत होता है और उसका अपने मस्तिष्क पर नियंत्रण बढ़ता है। जिससे वह सोच—समझकर निर्णय लेने में सक्षम बनता है।

तांबे की अंगूठी महज सूर्य ग्रह के लिए ही नहीं बल्कि मंगल के लिए भी बहुत फायदेमंद है। इसे धारण करने से व्यक्ति का गुस्सा शांत होता है और उसका अपने मस्तिष्क पर नियंत्रण बढ़ता है। जिससे वह सोच—समझकर निर्णय लेने में सक्षम बनता है।

तांबे की अंगूठी महज ज्योतिष विज्ञान के लिहाज से ही नहीं बल्कि आयुर्वेद विज्ञान के लिए भी महत्वपूर्ण है। आयुर्वेद में तांबे को एक रक्त शोधक माना जाता है। जिस तरह सुबह खाली पेट तांबे के लोटे में जल पीने से लाभ होता है। उसी तरह इसे अंगुली में धारण करने से व्यक्ति के शरीर का तापमान नियंत्रित रहता है।

चूंकि तांबे की तासीर ठंडी होती है इसलिए इसे अंगुली में पहनने से पेट संबंधित रोगों में भी लाभ मिलता है। इसके अलावा ये व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी विकसित करता है। जिससे बीमारियां आपको जल्दी अपना शिकार नहीं बना पाएंगी।

तांबे की अंगूठी पहनने पर अंगुली में दबाव पड़ता है जिससे पूरे शरीर में खून का संचार ठीक तरीके से होता है। ये धमनियों में खून के ब्लॉकेज को भी रोकता है। इसके अलावा ये हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रण में रखता है। जिससे मांसपेशियों में सूजन की दिक्कत नहीं आती है।