
नज़र लगने के पीछे विज्ञान का है यह तथ्य, इसे जानकर दंग रह जाएंगे आप
नई दिल्ली। नज़र लगना शब्द कोई नया शब्द नहीं है। अक्सर हमने बड़े-बुजुर्गों को कहते हुए सुना है कि ज़रूर इसे नज़र लगी है। ऐसे में इसके बचाव के लिए उन्ही बड़े-बुजुर्गों ने कुछ ऐसी खास उपाय या फिर कहें कि टोटके भी सुझाए है जिन्हे कर लेने से नज़र दोष के प्रभाव को कम किया जा सकता है। अक्सर सुना जाता है कि बड़े-बड़े परिवार मिनटों में बिखर जाते हैं और लोगों की प्रतिक्रिया होती है नज़र लग गई है। लेकिन आज हम आपको नज़र लगने के पीछे एक ऐसे खास तथ्य के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे सुनकर आप भी अवश्य ही सोच में पड़ जाएंगे।
1.घर में जब कोई छोटा बच्चा अत्यधिक परेशान हो रहा है बे वजह रोता रहे या कुछ खाए पीए नहीं तो हमें सुनने में आता है कि बच्चे को किसी की नज़र लग गई।
2.बसे बसाए परिवार बिखर जाते है। जो कुछ समय पहले तक सफलता की बुलंदियों पर थे वे अचानक मुसीबतों में घिर जाते हैं तो धारणा बनती है कि इन्हे ज़रूर नज़र लगी है।
3.नज़र लगने पर कुछ लोग विश्वास करते हैं तो कुछ लोग इसे अंधविश्वास की नज़र से देखते हैं।
4.नज़र लगने के पीछे पुरानी मान्यताएं है जो कहती है कि अचानक अशुभ परिवर्तन होना किसी ना किसी ना बुरी नज़र लगने के कारण हुआ है।
5.आज तक लोगों का यही मानना है कि नज़र दोष या नज़र लगना अंधविश्वास है तो कुछ लोग बिना इसकी असलियत जाने ही इसपर विश्वास करते हैं।
6.लोगों के बीच नज़र लगने को लेकर एक धारणा बनी हुई है कि जो व्यक्ति आपके द्वेष रखता है आपसे ईर्ष्या करता है उसी की नकारात्मक दृष्टि के कारण नज़र लगती है।
7.नज़र लगना वैसी तो पुरानी मान्यता है लेकिन इसके पीछे विज्ञान का भी कुछ खास तथ्य है जिसे जानना आपके लिए बहुत जरूरी हो जाता है।
8.विज्ञान इस प्रकार कि किसी भी बात को खारिज करता है लेकिन साथ ही अपने शब्दों में इसकी नई परिभाषा भी बताता है।
9.साइंस का कहना है कि व्यक्ति की आंखों में कुछ इस प्रकार का अदृष्य ऊर्जा निकलती हैं जो सामने वाली व्यक्ति पर नकारात्मक या सकारात्मक प्रभाव डालती हैं।
10.ये ऊर्जा कई बार बहुत ज्यादा तेजी से निकलती है जो सामने वाले व्यक्ति पर शुभ या अशुभ प्रभाव डालती हैं।
Published on:
19 Dec 2018 11:45 am
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