
बजरंगबली के इस मंदिर में लाइलाज बीमारी भी होती है चुटकियों में ठीक, जानें खासियत
नई दिल्ली। बजरंगबली की महिमा के देशभर में कई दीवाने हैं, लेकिन उनके प्रति इस अटूट आस्था के दर्शन भिंड जिले में स्थित हनुमान मंदिर में देखने को मिलते हैं। यहां दूर-दूर से लोग अपनी बीमारी से छुटकारा पाने के लिए आते हैं। तो क्या है इस मंदिर की खासियत आइए जानते हैं।
1.हनुमान जी का ये चमत्कारिक मंदिर ग्वालियर से करीब 70 किलोमीटर दूर भिंड जिले के दंदरौआ गांव में स्थित है।
2.इस मंदिर को लोग दंदरौआ सरकार धाम के नाम से जानते हैं। यहां बजरंगबली को डॉक्टर के रूप में माना जाता है।
3.स्थानीय लोगों के अनुसार इस मंदिर में जो भी भक्त दर्शन करने आता है वो हमेशा स्वस्थ रहता है।
4.मंदिर के पुजारी के अनुसार बजरंगबली की कृपा से यहां कैंसर, टीबी, एड्स आदि लाइलाज बीमारियां भी ठीक हो जाती हैं। लोगों की मन्नत पूरी होने पर वे दोबारा यहां दर्शन के लिए आते हैं।
5.इस गांव का नाम दंदरौआ पड़ने की भी एक दिलचस्प कहानी है। कहा जाता है कि हनुमान जी अपने प्रभाव से लोगों का कष्ट हरते हैं। इसका मतलब है कि वो दर्द को हरते हैं। उनके इसी कार्य से प्रभावित होकर जगह का नाम ददंरौआ कर दिया गया।
6.इस मंदिर का निर्माण करीब 300 साल पहले हुआ था। बताया जाता है कि हनुमान जी की मूर्ति यहां एक पेड़ की कटाई के दौरान मिली थी।
7.स्थानीय लोगों के मुताबिक कई साल पहले एक पेड़ में हनुमान जी की मूर्ति मिली थी। उस वक्त बजरंगबली गोपी की वेशभूषा में थे। पेड़ की कटाई करने पर मूर्ति स्पष्ट रूप से लोगों को दिखाई दी थी।
9.हनुमान जी का ये मंदिर इसलिए भी चमत्कारी है क्योंकि यहां दर्शन करने वाले कभी भी खाली हाथ नहीं लौटते हैं। उनकी मनोकामना हमेशा पूरी होती है।
10.हनुमान जी का ये मंदिर देशभर का एक ऐसा इकलौता मंदिर है जहां वो नृत्य करते हुए दिखाई देते हैं। यहां वे नटराज की तरह नृत्य मुद्रा में रहते हैं।
Published on:
06 Jan 2019 04:36 pm
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