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कुंडली में इन जगहों में है कालसर्प दोष तो नुकसान नहीं होगा फायदा, जानें इससे जुड़ी चौंकाने वाली बातें

अलग—अलग स्थिति के अनुसार देता है फल, रंक को भी बना देता है राजा

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kaal sarp dosh

किसी व्यक्ति की कुंडली में कालसर्प दोष होना अशुभ माना जाता है। विद्वानों के अनुसार इस दोष के चलते व्यक्ति की उन्नति नहीं हो पाती है। साथ ही उसके घर में रुपए—पैसों आदि को लेकर तनाव रहता है, लेकिन आज हम आपको कालसर्प दोष के नुकसान नहीं बल्कि फायदों के बारे में बताएंगे।

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ज्योतिषाचार्यों के अनुसार यदि कुंडली में कालसर्प योग शुभ स्थिति में हो तो अच्छा फल देता है। ये बहुत ही प्रभावशाली योग होता है। ये व्यक्ति को रंक से राजा बना सकता है।

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यदि किसी की कुंडली में सूर्य कालसर्प के मुख में स्थित है अर्थात राहु के साथ स्थित हो तथा 1, 2, 3, 10 अथवा 12 वें स्थान में हो। इसके अलावा यदि ये शुभ राशि में हो तो ये अच्छा फल देता हे। ऐसे लोगों का स्वास्थ उत्तम रहता है। इन्हें सामाजिक एवं राजनीतिक क्षेत्र में सफलता मिलती है।

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यदि व्यक्ति की कुंडली में मंगल कालसर्प के मुख में स्थित हो तो ये व्यक्ति को पराक्रमी और साहसी बनाता है। ऐसे लोग बहुत व्यवहार कुशल भी होते हैं। ये अपनी वाकपटुता से कामयाबी भी हासिल करते हैं।

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कुंडली में कालसर्प के मुख में चंद्रमा हो और वो अच्छी स्थिति में हो तो व्यक्ति बहुत समझदार होता है। उसकी विचारधारा काफी उच्च होती है। ऐसे लोग बतौर प्रोफेसर, सांइटिस्ट एवं स्कॉलर ग्रोथ करते हैं।

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यदि किसी जातक की कुंडली में कालसर्प के मुख में बुध ग्रह स्थित हो तो यह भी शुभ प्रभाव देने वाला होता है। ऐसे लोग उच्च शिक्षा प्राप्त करते हैं। साथ ही जीवन में बहुत तरक्की करते हैं।

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अगर जातक की कुंडली में कालसर्प के मुख में शनि शुभ स्थिति में हो तो ऐसे लोग बहुत प्रभावशाली होते हैं। उनका दिमाग बहुत तेज होता है। साथ ही ये लोग बहुत सोच—समझकर निर्णय लेते हैं। ये रुतबा कायम करने में माहिर होते हैं।

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राहु के साथ गुरु की युति गुरु-चांडाल योग बनाती है। ज्योतिष शास्त्र में इसे अशुभ माना जाता है, लेकिन इस योग के शुभ स्थिति में होने पर ये नकारात्मक की जगह सकरात्मक फल देता है। ऐसे लोग जीवन में बहुत कामयाब होते हैं।

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यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में कालसर्प के मुख में शुक्र ग्रह शुभ स्थिति में हो तो यह भी शुभ माना जाता है। ऐसे व्यक्ति को स्त्री सुख अच्छा मिलता है। साथ ही ऐसे लोगों का वैवाहिक जीवन सुखमय रहता है।

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राहु केतु को शनि के समान क्रूर ग्रह माना जाता है। जिनकी कुण्डली में राहु अच्छी स्थिति में होता है उसमें कालसर्प योग होने से वो शुभ फल देता है। ऐसे लोग हर क्षेत्र में महान उपलब्धियां हासिल करते हैं।