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​भगवान शिव को प्रसन्न करने में ही नहीं बीमारियों को दूर करने में भी कारगर है बेलपत्र

इसमें मौजूद पोषक तत्व घाव को भरने एवं इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं

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भगवान शिव को बेलपत्र बहुत पसंद हैं। उन्हें इसे अर्पित करने से भक्त की सारी मनोकामनाएं पूरी होती है। मगर क्या आपको पता है इस बेलपत्र से कई बीमारियां भी ठीक की जा सकती है। तो कैसे करें इसका इस्तेमाल आइए जानते हैं।

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अगर किसी को बुखार हो गया हो तो बेलपत्र का बना काढ़ा पीने से लाभ मिलता है। ये बॉडी के टेम्परेचर को सामान्य करने में मदद करता है। ये शरीर से निकलने वाली हीट को कम करके उसे रिलैक्स महसूस कराता है।

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बेलपत्र का काढ़ा जहरीले जीवों जैसे—बिच्छू, मधुमक्खी, बर्र आदि के काटने से होने वाली जलन को कम करने में भी मददगार है। वहीं बेल पत्ते के रस को प्रभावित स्थान पर लगाने से जहर शरीर के दूसरे हिस्सों तक नहीं पहुंच पाता है। इससे सूजन भी कम होती है।

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ज्यादातर लोगों के मुंह में छाले निकल आते हैं। इसे ठीक करने में भी बेलपत्र बहुत फायदेमंद है। इसे मुंह में रखकर चबाने से इसके रस से घाव भरने लगता है। इससे इंफेक्शन का खतरा भी कम होता है। बेल की तासीर ठंडी होती है इसलिए इसका रस पेट में जाने से शरीर की गर्मी भी शांत होती है। इससे छाले जल्दी ठीक हो जाते हैं।

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अगर किसी को बवासीर की समस्या हो और खून निकलता है तो इसे ठीक करने के लिए बेल की जड़ का गूदा पीसकर बराबर मात्रा में मिश्री मिलाकर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण को सुबह शाम ठंडे पानी के साथ लें। अगर दर्द ज्यादा हो तो इस मिश्रण को दिन में तीन बार लें। इससे बवासीर जल्द ठीक हो जाता है।

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बारिश के मौसम में अक्सर लोगों को सर्दी—जुकाम और वायरल बुखार हो जाता है। कोल्ड से राहत पाने के लिए बेलपत्र के रस में शहद मिलाकर पीना अच्छा रहता है। वहीं बुखार से छुटकारा पाने के लिए बेलपत्र के रस को गुड़ के साथ मिलाकर छोटी गोलियां बना लें। अब इसे दिन में तीन बार लें, फायदा होगा।

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दिल के रोगों को ठीक करने में भी बेलपत्र बेहद फायदेमंद होता है। इसे इस्तेमाल करने के लिए आधे लीटर पानी में 12 से 15 बेल के पत्तों को डालकर उबालना चाहिए। ऐसा रोजाना या एक दिन छोड़कर लेने से दिल मजबूत बनता है। इससे हार्ट अटैक् का खतरा कम होता है।

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बेल के पत्तों का काढ़ा बनाकर पीने से सांस लेने में हो रही तकलीफ से भी राहत मिलती है। ये फेफड़ों को मजबूत बनाता है। इससे शरीर में आॅक्सीजन की मात्रा बढ़ती है। जिससे दूसरी बीमारियां नहीं होती है।

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अगर किसी के पेट में कीड़े हो व दस्त हो गया है तो बेलपत्र का रस पीने से ये समस्या दूर हो जाती है। ये आंतों की गंदगी को बाहर निकालकर पेट को साफ करने में मदद करता है। इससे पेट का फूलना एवं दर्द की समस्या से भी छुटकारा मिलता है।

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बेलपत्र डायबिटीज को ठीक करने में भी कारगर है। इसमें लैक्साटिव नामक तत्व होता है जो ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद करता है। ये पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन को प्रोड्यूस करता है, जिससे खून में मौजूद ज्यादा शुगर की मात्रा संतुलित होती है।