मेरठ के सरधना में स्थित हनुमान जी के इस मंदिर में कैंसर और टीबी जैसे गंभीर रोगों का भी इलाज होता है
नई दिल्ली। बजरंगबली की महिमा के चर्चें तो हर किसी की जुबां पर रहते हैं, लेकिन उनके इस चमत्कार की एक झलक मेरठ में स्थित हनुमान जी के एक मंदिर में देखने को मिलती है। यहां दूर-दूर से लोग इलाज के लिए आते हैं। तो क्या है मंदिर का रहस्य आइए जानते हैं।
1.इस मंदिर का नाम श्री त्रिलोकी धाम हनुमान मंदिर है। ये मेरठ के सरधना तहसील के धर्मनगरी डाहर में पड़ता है।
2.मान्यता है कि जो भी इस मंदिर में बजरंगबली के दर्शन करने आता है उसके सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। खासतौर पर यहां आने वाले भक्तों को बीमारियों से छुटकारा मिलता है।
3.स्थानीय लोगों के अनुसार यहां हनुमान जी की पूजा करने से कैंसर, किडनी की समस्या, टीबी आदि गंभाीर रोगों से छुटकारा मिलता है।
4.जिन लोगों की मन्नत यहां पूरी होती है, वो दोबारा अपने परिवार के साथ यहां दर्शन करने के लिए आते हैं।
5.मंदिर के सरंक्षक देश भूषण सिंह उर्फ बिल्लू के मुताबिक मंदिर में साक्षात दैवीय शक्तियों का वास है। उन्हीं की कृपा से भक्तों के कष्ट दूर होते हैं।
6.उनके मुताबिक यहां न सिर्फ कैंसर, गठिया आदि रोग बल्कि एचआईवी एड्स जैसी लाइलाज बीमारी का भी इलाज होता है। जिन भक्तों पर हनुमान जी की कृपा होती है वो जल्द ही स्वस्थ हो जाता है।
7.मंदिर के पुजारियों के मुताबिक रोगी को रोगमुक्त होने के लिए यहां आकर मत्था टेकना होता है। साथ ही बजरंगबली के सिद्ध मंत्र का जप करना होता है।
8.मंत्र का जप करीब 90 दिनों तक करना होगा। ये प्रक्रिया मंदिर दर्शन के समय शुरू करें और घर जाकर इसे जारी रखें। ऐसा करने से रोगी तीन महीनों के अंदर ठीक हो जाता है।
9.मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति के अलावा शिव की 21 पिंडियां भी मौजूद हैं। इनके दर्शन करने से व्यक्ति के जीवन में आ रही सारी बाधाएं दूर हो जाती हैं।
10.इस मंदिर में देश के अलग-अलग कोनों से लोग दर्शन के लिए आते हैं। यहां सबसे ज्यादा भीड़ हनुमान जयंती के दिन होता है। इसके अलावा होली, दीपावली और शिवरात्रि पर भी यहां बहुत लोग आते हैं।