18 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

जानें किस बुरे कर्म की कौन सी सजा मिलती है नर्क में, गरूण पुराण में किया गया है इस भयंकर सच का जिक्र

गरुण पुराण में ऐसा कहा गया है कि यहां चारों ओर खून ही खून होता है।

2 min read
Google source verification

image

Arijita Sen

Dec 22, 2018

नर्क में इस तरह का बर्ताव किया जाता है

जानें किस बुरे कर्म की कौन सी सजा मिलती है नर्क में, गरूण पुराण में किया गया है इस भयंकर सच का जिक्र

नई दिल्ली। जो जैसा कर्म करता है उसे उसके अनुरूप फल मिलता है। अच्छे कर्मों का फल अच्छा और बुरे कर्मों का बुरा फल मिलता है। स्वर्ग और नरक का सफर भी कर्मों के आधार पर तय किया जाता है। गरुण पुराण में इस बात का जिक्र किया गया है कि किस पाप को करने से आत्मा को किस तरह की सजा मिलती है।

1. गाय की हत्या करने वालों को महाविची नाम के नर्क में जगह मिलती है। गरुण पुराण में ऐसा कहा गया है कि यहां चारों ओर खून ही खून होता है। यहां आत्माओं को लोहे के बड़े-बड़े कांटे चुभोए जाते हैं।

2.जो व्यक्ति अपने माता-पिता या दोस्तों से बुरा बर्ताव करते हैं या उन्हें कष्ट पहुंचाते हैं या उनकी हत्या कर देते हैं तो ऐसे लोगों को जोंको से भरे नर्क में सजा का भुगतान करना पड़ता है।

3. जो इंसान जीते जी महिलाओं के साथ अभद्रता करता है, उप पर हाथ उठाता है या उनके साथ दुष्कर्म करता है या पैसे की लालच में उन्हें कहीं बेच देता हैं तो इन्हें सड़े गले मुर्दो और कीड़े-मकोड़े से भरे महावत नर्क में स्थान मिलता है।

4. जीते जी यदि हम किसी से कोई काम करवाना चाहते हैं और बदले में उसे किसी चीज को देने का वादा करते हैं और काम पूरा हो जाने के बाद उस वादे को नहीं निभाते हैं तो इन बुरी आत्माओं को नरक में अंगारों में भूना जाता है।

5. सूदखोरों और ब्याज का धंधा करने वाले लोगों को बिच्छुओ से भरे नर्क में भेजा जाता है।धोखे से जब कोई व्यक्ति किसी गरीब की मेहनत की कमाई को हड़पने की कोशिश करते हैं तो इन्हें मरणोपरांत इसी तरह का कष्ट झेलना पड़ता है।

6. चोरी करने वाले को जलती हुई आग के बीच मुंह के बल गिरा दिया जाता है।

7. जो ब्राह्मण शराब का सेवन करते हैं उन्हें आग में झोंका जाता है।

8. पितरों का पिंडदान न करने वालों को लार, मूत्र, और मल जैसी गंदगी में रखा जाता है।

9. मांसाहार खाने में जो रूचि रखते हैं उन्हें भी गंदगी में धकेल दिया जाता है।

10. छुप-छुपकर प्रसाद ग्रहण करते हैं उन्हें कीड़ों से भरे नर्क में भेजा जाता है।