पासपोर्ट से जुड़ी धोखाधड़ी के अलावा ऐसे भी मामले सामने आ चुके हैं जब अपराधी फर्जी पासपोर्ट बनाकर विदेश भागे हैं। इसीलिए सरकार अब इन पासपोर्ट को लाना चाहती है क्योंकि इन पासपोर्ट के आने के बाद ऐसा फर्जीवाड़ा होना थोड़ा मुश्किल होगा । ई-पासपोर्ट आने के बाद हमारे ट्रेवल डॉक्यूमेंट्स की सुरक्षा और मजबूत हो जाएगी।
इस बारे में आगे बात करते हुए विदेश मंत्री ने बताया कि पूरे देश में 488 पासपोर्ट सेवा केंद्र खोले जा चुके हैं। सरकार का लक्ष्य है कि हर लोकसभा क्षेत्र में पासपोर्ट सेवा केंद्र ( passport service centre ) खोले जाएं और इसके लिए काम भी किया जा रहा है। लेकिन फिलहाल अचानक आए इस कोरोना महामारी ( corona pandemic ) के संकट की वजह से उस प्रोसेस पर रोक लगी है।
सरकार ने पासपोर्ट को अप्लाई करने के प्रोसेस को काफी आसान कर दिया है । अब डिजिटल प्लेटफार्म जैसे ‘एमपासपोर्ट सेवा मोबाइल एप’ और नागरिकों के लिए सरल उपाय ‘एप्लाई फ्रॉम एनीवेयर’ स्कीम के जरिये पासपोर्ट अप्लाई करना किसी के लिए भी बेहद आसान हो गया है। यही वजह है कि पिछले साल 2019 में 1.22 करोड़ से ज्यादा पासपोर्ट भारत सरकार ( Indian Govt ) की ओर से जारी किए हैं।