फाइनेंस मिनिस्टर ने दी जानकारी
पाकिस्तान के फाइनेंस मिनिस्टर उमर ने द एक्सप्रेस ट्रिब्यून से कहा, ‘ज्यादातर संभावना यही है कि यूएई ऑइल फैसिलिटी अग्रीमेंट कार्यान्वित नहीं हो पाएगा।’ रिपोर्ट के मुताबिक, इस घटनाक्रम से एक बार फिर पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार पर दबाव बढ़ सकता है, जिसे वह अब तक अपने मित्र देशों की मदद से मेंटेन कर रहा था। उमर ने हालांकि कहा है कि सरकार ने इस वित्त वर्ष के लिए अपने बाह्य वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की है।
रिपोर्ट में हुआ खुलासा
रिपोर्ट में कहा गया है कि यूएई की तरफ से 3.2 अरब डॉलर की ऑइल फैसिलिटी को रद्द करने के कारणों की तत्काल पुष्टि नहीं हो पाई है, जबकि गौर करने वाली बात यह है कि यूएई ने पिछले महीने जॉइंट मिनिस्ट्रियल कमीशन की बैठक को भी स्थगित कर दिया था।
( ये न्यूज एजेंसी से ली गई है। )
Read the Latest Business News on Patrika.com. पढ़ें सबसे पहले Business News in Hindi की ताज़ा खबरें हिंदी में पत्रिका पर